अंबिकापुर, 4 मई 2025 — सुशासन को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित "सुशासन तिहार-2025" के तृतीय एवं अंतिम चरण की शुरुआत की जा रही है। इस संबंध में रविवार को कलेक्टर श्री विलास भोसकर ने जिला पंचायत सभाकक्ष में प्रेसवार्ता आयोजित कर योजना की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री विनय कुमार अग्रवाल सहित प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री भोसकर ने बताया कि सुशासन तिहार का आयोजन शासन की पारदर्शिता, जवाबदेही और जनसंवाद की प्रतिबद्धता को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इसके अंतर्गत आम नागरिकों की समस्याओं के त्वरित और गुणवत्तापूर्ण समाधान के लिए तीन चरणों में कार्य योजना बनाई गई है।
अब तक प्राप्त आवेदनों की स्थिति
सीईओ श्री विनय कुमार अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक कुल 1,63,803 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें 1,38,358 आवेदनों का सफल निराकरण किया जा चुका है। प्राप्त आवेदनों में 1,61,016 मांग और 2,787 शिकायतें शामिल हैं। समाधान की यह प्रक्रिया तीन स्तरीय प्रणाली के तहत पूरी की जा रही है — समाधान पेटी, शिविर और ऑनलाइन पोर्टल।
तीसरा चरण: 5 मई से 31 मई तक
तीसरे और अंतिम चरण की शुरुआत 5 मई से 31 मई 2025 तक होगी। इस दौरान जिले में कुल 57 समाधान शिविर लगाए जाएंगे, जिनमें से ग्रामीण क्षेत्रों में 32, नगर निगम अंबिकापुर में 23, और नगर पंचायत सीतापुर व लखनपुर में 1-1 शिविर आयोजित होंगे। इन शिविरों में आवेदकों को उनके आवेदनों की स्थिति की जानकारी दी जाएगी, साथ ही नए आवेदन भी स्वीकार किए जाएंगे।
समाधान शिविर की विशेषताएं
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मौके पर त्वरित निराकरण की व्यवस्था
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विभिन्न विभागों की योजनाओं की जानकारी
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हितग्राहीमूलक योजनाओं के प्रपत्र उपलब्ध
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अनुभाग, विकासखंड और जिला स्तर के अधिकारी रहेंगे उपस्थित
विभागवार आवेदन एवं निराकरण की स्थिति (3 मई 2025 तक)
विभाग | प्राप्त आवेदन | निराकृत आवेदन |
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पंचायत एवं ग्रामीण विकास | 99,039 | 85,730 |
राजस्व विभाग | 12,955 | 8,921 |
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी | 7,697 | 7,641 |
शिक्षा विभाग | 6,863 | 6,538 |
खाद्य विभाग | 6,591 | 5,843 |
महिला एवं बाल विकास | 6,341 | 5,290 |
नगरीय निकाय | 6,369 | 5,234 |
पशु चिकित्सा विभाग | 2,428 | 2,415 |
ऊर्जा विभाग | 5,317 | 2,200 |
डेयरी विकास परियोजना | 1,975 | 1,935 |
श्रम विभाग | 1,627 | 1,412 |
कृषि विभाग | 1,227 | 982 |
वन विभाग | 2,125 | 980 |
सिंचाई विभाग | 385 | 371 |
मत्स्य पालन विभाग | 316 | 242 |
उद्यानिकी विभाग | 274 | 223 |
आदिवासी विकास विभाग | 203 | 190 |
स्वास्थ्य विभाग | 388 | 178 |
लोक निर्माण विभाग | 292 | 153 |
जिले में सुशासन तिहार के अंतर्गत प्रशासन आम नागरिकों की समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाने के लिए तत्पर है। समाधान शिविरों के माध्यम से शासन और जनता के बीच संवाद और विश्वास का एक मजबूत सेतु बन रहा है।