रायपुर, 12 जुलाई 2025। स्वच्छता के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ ने एक बार फिर पूरे देश में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 के नतीजों के अनुसार छत्तीसगढ़ के सात नगरीय निकायों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान समारोह 17 जुलाई 2025 को नई दिल्ली में आयोजित होगा, जहां देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु स्वयं पुरस्कार प्रदान करेंगी। इस अवसर पर भारत सरकार के आवास एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल और राज्य मंत्री श्री तोखन साहू भी मौजूद रहेंगे।
रायपुर को मिलेगा मिनिस्ट्री अवार्ड, बिलासपुर को प्रेसिडेंट्स अवार्ड
राजधानी रायपुर नगर निगम को केंद्र सरकार की ओर से 'मिनिस्ट्री अवार्ड' से नवाज़ा जाएगा। यह सम्मान रायपुर नगर निगम को स्वच्छता के क्षेत्र में राज्य स्तर पर किए गए उत्कृष्ट कार्यों और नवाचारों के लिए दिया जा रहा है। रायपुर ने स्वच्छता के क्षेत्र में न केवल प्रभावी योजनाएं चलाईं, बल्कि जनता को सहभागी बनाकर शहर को स्वच्छ, सुंदर और सुविधाजनक बनाने का उदाहरण पेश किया है।
इसी कड़ी में बिलासपुर नगर निगम को प्रेसिडेंट्स अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार उसे तीन लाख से दस लाख की आबादी वाले बड़े शहरों की श्रेणी में दिया जा रहा है। वहीं, कुम्हारी नगर पालिका को 20 हजार से 50 हजार की आबादी वाले छोटे शहरों में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए यह सम्मान मिलेगा। बिल्हा नगर पंचायत को 20 हजार से कम आबादी वाले अतिलघु शहरों की श्रेणी में प्रेसिडेंट्स अवार्ड प्राप्त होगा।
अंबिकापुर, पाटन, बिश्रामपुर ने स्वच्छता में रचा इतिहास
अंबिकापुर नगर निगम (50 हजार से 3 लाख आबादी), पाटन नगर पंचायत और बिश्रामपुर नगर पंचायत (20 हजार से कम आबादी) को भी राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा। इन शहरों ने निरंतर स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और इसे केवल सरकारी कार्यक्रम न बनाकर जनआंदोलन में तब्दील कर दिया। अंबिकापुर पहले से ही देश में स्वच्छता के मॉडल शहरों में गिना जाता रहा है।
छत्तीसगढ़: नवाचार, जनसहभागिता और लोक प्रशासन की मिसाल
छत्तीसगढ़ ने स्वच्छता अभियान में नवाचार, स्थानीय प्रशासन की सशक्त भूमिका और जनसहभागिता के जरिए एक मिसाल कायम की है। डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, स्रोत पर कचरा पृथक्करण, स्वच्छता ऐप्स से निगरानी, नियमित जनजागरूकता अभियान और स्थानीय निकायों की सक्रियता ने राज्य को स्वच्छ भारत अभियान में अग्रणी राज्यों की कतार में खड़ा कर दिया है।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने सातों नगरीय निकायों को इस शानदार उपलब्धि पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सफलता नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, स्थानीय निकायों और राज्य के नागरिकों के सामूहिक प्रयासों का प्रतिफल है। उन्होंने कहा, "यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है कि हमारे शहर स्वच्छता में देश को दिशा दिखा रहे हैं। हम सभी नागरिकों के सहयोग से छत्तीसगढ़ को स्वच्छ, सुंदर और स्मार्ट राज्य बनाएंगे।"
सुपर स्वच्छता लीग में भी छत्तीसगढ़ के तीन शहर
इस वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण में पहली बार ‘सुपर स्वच्छता लीग’ श्रेणी की शुरुआत की गई है। इसमें उन शहरों को शामिल किया गया है जो पिछले तीन वर्षों में अपनी जनसंख्या श्रेणी में टॉप-3 में रहे हैं और इस वर्ष भी टॉप-200 में बने हुए हैं। छत्तीसगढ़ के तीन शहर इस सुपर लीग में अपनी जगह बनाने में सफल रहे हैं। यह छत्तीसगढ़ की स्थायी और सुदृढ़ स्वच्छता नीति का प्रमाण है।
स्वच्छता अब संस्कृति का हिस्सा
छत्तीसगढ़ में स्वच्छता अब केवल सरकारी योजना न होकर एक स्थायी सामाजिक संस्कृति का रूप ले चुकी है। राज्य सरकार का यह प्रयास है कि स्वच्छता का यह सिलसिला थमे नहीं बल्कि आने वाले वर्षों में और मजबूती से आगे बढ़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की यह पहचान और उपलब्धि अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा बनेगी। राज्य सरकार नागरिकों की सहभागिता और नवाचार के साथ इस अभियान को निरंतर गति देगी।
छत्तीसगढ़ के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है, जो यह दर्शाता है कि स्वच्छता केवल एक अभियान नहीं, बल्कि जीवनशैली का हिस्सा बन चुकी है।