नागपुर, 14 जुलाई 2025।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए ऐसे लोगों की जरूरत है जो समय-समय पर सरकारी नीतियों और फैसलों के खिलाफ अदालत में याचिकाएं दायर करें। नागपुर में आयोजित स्वर्गीय प्रकाश देशपांडे स्मृति 'कुशल संगठक' पुरस्कार समारोह में गडकरी ने कहा कि कई बार ऐसे अदालती आदेश भी होते हैं जिन्हें सरकार भी लागू करने में असमर्थ होती है।
उन्होंने कहा, "समाज में कुछ लोग ऐसे होने चाहिए जो सरकार के खिलाफ अदालती लड़ाई लड़ें। इससे राजनेताओं और मंत्रियों में अनुशासन आता है। लोकप्रिय राजनीति कई बार जरूरी फैसलों में बाधा बनती है, लेकिन अदालतों के आदेश ऐसी बाधाओं को दूर करते हैं।"
इस दौरान गडकरी ने उन 'कुशल संगठकों' की सराहना की जिन्हें इस कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि सम्मानित संगठकों ने शिक्षा क्षेत्र में कई 'गलत' सरकारी फैसलों के खिलाफ अदालती लड़ाइयां लड़ीं और सरकार को निर्णय बदलने पर मजबूर किया।
विश्व युद्ध की चेतावनी
कार्यक्रम में गडकरी ने वैश्विक हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि रूस-यूक्रेन और इजराइल-ईरान युद्धों की पृष्ठभूमि में दुनिया महाशक्तियों की तानाशाही और निरंकुशता का शिकार हो रही है। उन्होंने कहा, "दुनिया में समन्वय, आपसी सद्भाव और प्रेम खत्म होता जा रहा है। इससे कभी भी विश्व युद्ध की स्थिति बन सकती है। युद्ध से जुड़ी तकनीकी प्रगति मानवता के लिए खतरा बन गई है।"
उन्होंने भारत को शांति, सत्य और अहिंसा का संदेश देने वाला देश बताते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गंभीर समीक्षा कर भविष्य की नीति तय करना जरूरी है।
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