अम्बिकापुर, 12 जुलाई 2025 // जल संकट से निपटने और भू-जल स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में सरगुजा जिले में “मोर-गांव, मोर पानी” महाभियान के अंतर्गत जल पुनर्भरण के कार्य तेज़ी से चल रहे हैं। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत जिले भर में कुल 922 जल संरचनाओं की स्वीकृति दी गई है, जिनमें कंटूर ट्रेंच, वृक्षारोपण, गली प्लग (335), लूज बोल्डर चेक डेम (338), अंडरग्राउंड डाइक और फार्म पॉड शामिल हैं। इन संरचनाओं पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
यह अभियान न केवल जल संरक्षण और भूजल पुनर्भरण को बढ़ावा देगा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर रोजगार भी उपलब्ध कराएगा। सभी विकासखंडों में सर्वेक्षण कर मिट्टी कटाव रोकने और जल संरक्षण हेतु कार्ययोजना तैयार की गई है।
इसी क्रम में जिला मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनय कुमार अग्रवाल ने जनपद पंचायत बतौली के ग्राम पंचायत चिरगा और मंगारी का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यों की गुणवत्ता और प्रगति की समीक्षा करते हुए संतोष जताया तथा अधिकारियों को समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान श्री अग्रवाल ने ग्राम पंचायत मंगारी और तरागी में रीपा योजना (राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना) के अंतर्गत स्थापित गार्मेंट यूनिट, बेकरी, चैनलिंक फेंसिंग, तेल प्रोसेसिंग और राइस प्रोसेसिंग यूनिट का भी अवलोकन किया। उन्होंने इन इकाइयों को पुनः सक्रिय रूप से संचालन में लाने हेतु आवश्यक सुधार करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
यह महाभियान न केवल जल संकट का समाधान सुझाता है, बल्कि सतत विकास और ग्रामीण आजीविका संवर्धन की दिशा में एक प्रभावशाली पहल के रूप में देखा जा रहा है।