नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख की ठगी, आरोपी गिरफ्तार

 

अंबिकापुर। नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को थाना गांधीनगर पुलिस ने अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने स्वास्थ्य विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर पीड़ित से 10 लाख रुपये लिए थे। पुलिस ने आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर अंबिकापुर लाकर न्यायालय में पेश किया।

ठगी का शिकार हुआ पीड़ित

प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिनेश यादव (निवासी: हनुमान मंदिर के सामने, थाना गांधीनगर) की मुलाकात करीब तीन साल पहले केंद्रीय विद्यालय अंबिकापुर के शिक्षक पवन कुमार समीर से हुई थी। आरोपी ने दिनेश यादव को उसके बेटे को स्वास्थ्य विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने का झांसा दिया और इसके बदले 10 लाख रुपये की मांग की।

पीड़ित ने अलग-अलग किश्तों में पूरी रकम दे दी। कुछ समय बाद आरोपी ने एक नियुक्ति पत्र भेजा और रायपुर जाकर जॉइनिंग करने को कहा। जब पीड़ित रायपुर पहुंचा, तो पता चला कि नियुक्ति पत्र पूरी तरह फर्जी था। इसके बाद जब दिनेश यादव ने अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपी ने सिर्फ 6 लाख रुपये लौटाए, लेकिन बाकी 4 लाख रुपये देने से इनकार कर दिया

अलीगढ़ से पकड़ा गया आरोपी

पीड़ित की शिकायत पर थाना गांधीनगर में अपराध क्रमांक 202/24 धारा 420 भा.द.वि. के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस टीम ने आरोपी की पतासाजी कर उसे अलीगढ़, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की और फर्जी नियुक्ति पत्र दिया था।

आरोपी का विवरण

🔹 नाम: पवन कुमार समीर
🔹 पिता का नाम: डॉ. होतीलाल
🔹 आयु: 40 वर्ष
🔹 स्थायी पता: एमआईजी 623, आवास विकास कॉलोनी, सेक्टर 07, बोदला, आगरा, उत्तर प्रदेश
🔹 वर्तमान पता: क्वार्टर नंबर 313, केंद्रीय विद्यालय स्टाफ कॉलोनी, देवखैनी पीएसी के पास, रामघाट रोड, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश
🔹 व्यवसाय: पूर्व शिक्षक, केंद्रीय विद्यालय, अंबिकापुर

कानूनी कार्रवाई

शुरुआती जांच के बाद आरोपी के खिलाफ धारा 467, 468, 471 भा.द.वि. भी जोड़ी गई
धारा 467: जाली दस्तावेज तैयार करना
धारा 468: धोखाधड़ी के इरादे से जाली दस्तावेज बनाना
धारा 471: फर्जी दस्तावेज को असली बताकर उपयोग करना

पुलिस की अपील

सरगुजा पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे मांगे जाने पर सावधान रहें। यदि ऐसा कोई मामला हो तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराएं।

पुलिस टीम की भूमिका

इस कार्रवाई में थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, सहायक उप निरीक्षक विपिन तिवारी, दिलसाय कुजूर, आरक्षक देवेंद्र पाठक, प्रमोद कुमार की अहम भूमिका रही।

📌 पुलिस की सख्ती से अब ऐसे ठगों की खैर नहीं!

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