सरगुजा सांसद ने रेलवे सुविधाओं के विस्तार के लिए रेलवे बोर्ड को सौंपा पत्र

 

अंबिकापुर,  नागरिकों को बेहतर रेल सुविधाएँ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरगुजा सांसद चिंतामणि महराज ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार से मुलाकात कर क्षेत्र की प्रमुख रेल मांगों को लेकर पत्र सौंपा।

सांसद महराज ने पत्र के माध्यम से मांग की कि अंबिकापुर-रेनुकोट मार्ग जनजातीय क्षेत्र के विकास के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है। इस मार्ग से सरगुजा संभाग के लोग कम समय में वाराणसी और दिल्ली से सीधे जुड़ सकेंगे। साथ ही, क्षेत्रीय जनजातीय कलाकृतियों, वनोपज एवं स्थानीय उत्पादों को एक बड़ा बाजार मिलेगा।

इसके अलावा, यह मार्ग धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगा क्योंकि इससे अयोध्या, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और जगन्नाथ पुरी से बेहतर रेल संपर्क स्थापित होगा। ओडिशा सरकार की झारसुगुड़ा-अंबिकापुर-प्रयागराज रेल मार्ग की पुरानी मांग भी इससे पूरी होगी।

सरगुजा अंचल और पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के सिंगरौली क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कोयला उत्पादन होता है। यह नया रेल मार्ग कोयला परिवहन के लिए एक स्वर्णिम अवसर प्रदान करेगा, जिससे आर्थिक लाभ होगा।

अन्य प्रमुख रेल मांगें

  • अंबिकापुर-दिल्ली एक्सप्रेस (22407/22408) का परिचालन सप्ताह में दो बार किया जाए।
  • विश्रामपुर स्टेशन पर ठहराव की व्यवस्था हो।
  • ट्रेन में पैंट्री कार और अधिक स्लीपर कोच जोड़े जाएं।
  • शहडोल-नागपुर ट्रेन (11201/11202) का विस्तार अंबिकापुर से नागपुर तक किया जाए।
  • सूरजपुर और विश्रामपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्मों की लंबाई बढ़ाई जाए और उन्हें शेड से कवर किया जाए।
  • अनूपपुर-अंबिकापुर मेमू ट्रेन को पुनः निर्धारित समय पर संचालित किया जाए।
  • अंबिकापुर से बिलासपुर-रायपुर के लिए सुबह इंटरसिटी एक्सप्रेस शुरू की जाए।

सांसद महराज ने कहा कि सरगुजा क्षेत्र के नागरिकों को सुगम और सुविधाजनक रेल सेवा उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि रेलवे बोर्ड जल्द ही इन मांगों पर सकारात्मक निर्णय लेकर क्षेत्रवासियों को बेहतर रेल सुविधाएँ प्रदान करेगा।

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