लखनपुर संकुल कटिंदा में अंतरराष्ट्रीय विज्ञान मेला एवं FLN आधारित बाल मेला का भव्य आयोजन

कटिंदा, 28 फरवरी 2025 – अंतरराष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर लखनपुर संकुल के संकुल केंद्र कटिंदा में FLN आधारित बाल मेला एवं सांस्कृतिक मेला का आयोजन किया गया। यह आयोजन प्राथमिक, माध्यमिक और हाई स्कूलों के छात्रों और शिक्षकों की उत्साहपूर्ण सहभागिता के साथ संकुल केंद्र कटिंदा के माध्यमिक शाला प्रांगण में संपन्न हुआ।

शिक्षा में नवाचार की पहल

इस मेले का आयोजन बीईओ श्री देव कुमार गुप्ता, एबीईओ श्री मनोज तिवारी और बीआरसीसी द्विपेश पांडे के मार्गदर्शन में हुआ, जिसमें सीएसी हेम सागर प्रधान का विशेष सहयोग रहा। करितास इंडिया सरगुजा ने शैक्षिक सामग्री प्रदान करने एवं अवधारणा समझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

बाल मेला: बच्चों के लिए, बच्चों के द्वारा

FLN (Foundational Literacy and Numeracy) आधारित इस बाल मेले में लगभग 499 छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यक्रम में विकासखंड स्रोत समन्वयक श्री द्विपेश पांडे, जमगवां समन्वयक श्री अंजनी सिंह, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से सौरभ घोष, संकुल प्रचार्य श्रीमती इशरत अख्तर सुल्ताना, एवं संकुल अंतर्गत सभी विद्यालयों के शिक्षकों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

शैक्षिक गतिविधियाँ और प्रदर्शन

मेले की शुरुआत ने पूरे वातावरण में ऊर्जा का संचार किया। छात्रों ने भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान से जुड़ी विभिन्न कक्षा परियोजनाओं का प्रदर्शन किया, जिनमें प्रमुख गतिविधियाँ शामिल थीं:
✅ जोड़-घटाव एवं कठपुतली के माध्यम से कहानी कहना
✅ जल शुद्धिकरण एवं वर्षा जल संचयन
✅ धातु और अधातु के गुण
✅ हिंदी मात्राएँ, मुखौटा निर्माण एवं चित्रकला
✅ चित्रों से कहानी लेखन और भारतीय राज्यों की राजधानियाँ
✅ 2D और 3D आकार, स्थानीय मान एवं मैजिक स्क्वेयर

लर्निंग कॉर्नर (Learning Corners) की व्यवस्था की गई, जिसमें छात्रों ने विभिन्न हस्त-गतिविधियों (Hands-on Activities) में भाग लिया। इस दौरान टीएलएम (शैक्षिक शिक्षण सामग्री) के माध्यम से कठिन अवधारणाओं को सरल और रोचक तरीके से समझाया गया।

सांस्कृतिक प्रस्तुति और समापन

कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ, जिसमें छात्रों और शिक्षकों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया।

सहयोग और समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण

यह FLN आधारित बाल मेला न केवल छात्रों के लिए अनुभवात्मक शिक्षा का मंच बना, बल्कि शिक्षकों और समुदाय के बीच सहयोग और समन्वय को भी सुदृढ़ किया। इस सफल आयोजन ने शिक्षा को रुचिकर और प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया।

📸 (छवियाँ और मेले की झलकियाँ जल्द ही उपलब्ध होंगी)

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