बजट में एम0एस0पी0 को कानूनी जामा पहनाने के लिये किसी भी प्रकार की नितिगत घोषणा नहीं होने से किसान एक बार फिर खाली हॉंथ हैं। कृषि उपकरण और कृषि इनपुट को जी0एस0टी0 के दायरे से बाहर करने की जो उम्मीद थी, वो पूरी नहीं हुई। शिक्षा और स्वास्थ्य पर बजट कटौती चिंताजनक है। शिक्षा को भी जी0एस0टी0 के दायरे से बाहर लाना चाहिये था। महंगाई से जूझ रही आम जनता के लिये बजट में कुछ भी नहीं है। कुल मिलाकर यह कुर्सी बचाओ बजट है जो बिहार और आंध्रप्रदेश के हितों को ध्यान रखती है। इस कारण छत्तीसगढ को बजट में कुछ नहीं मिला है। केन्द्रीय बजट आते ही जिसप्रकार से शेयर बजार ने गोता लगाया है वो इस सरकार के 2047 के रोडमैप पर सवालिया निशान लगाता है। कुल मिलाकर इस बजट की हेडलाईन मात्र इतनी है कि मोबाईल का चार्जर सस्ता हो गया है।
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अंबिकापुर