अम्बिकापुर/आज हम एक बहुत ही भीषण चुनाव के बीच में इस समय है। पूरे देश में ये चुनाव किसी को जिताने या किसी को हराने के लिए नहीं है।
ये चुनाव संविधान को बचाने के लिए है क्योंकि लगातार भारतीय जनता पार्टी के सांसद अलग अलग जगहों से इस बात को बल दे रहे हैं कि हमें 400 पार सीटें जितनी हैं क्योंकि हमें संविधान बदलना है।
तो ये लड़ाई अब केवल जीत या हार तक सीमित नहीं है। ये हमारे जीवन की लिए है। हर युवा, महिला, बुजुर्ग, किसान, खिलाड़ी, हर वर्ग की लड़ाई है।
उक्त बातें कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुश्री राधिका खेड़ा ने कही । वे राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा कर रही थीं।उन्होंने कहा ये लड़ाई है भारत को उसकी भारतीयता बचाने के लिए। लड़ाई है उस गौरव को बचाने की जो हमें हमारे पूर्वजों ने दिया है।
एक तरफ़ संविधान के रक्षक हैं और दूसरी ओर संविधान के हत्यारे हैं।
हजारों लाखों क्रांतिकारियों जब इस देश के लिए शहीद हुए तब हमारा देश आजाद हुआ और उस आजादी के मायने हैं।
संविधान से हमें समानता का अधिकार मिला। और अब ये लड़ाई उस लोकतंत्र को बचाने की हो चुकी है।
इसलिए मैंने आपको शुरुआत में ही कहा कि यह लड़ाई किसी को जिताने के लिए या किसी को हराने की नहीं है। इस संविधान को बचाने की लड़ाई है, ये लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है।
संविधान मोदी जी भाजपा इसीलिए बदलना चाह रहे हैं क्योंकि उन्हें
- आरक्षण हटाना है
- लोगों से उनके विरोध करने का है छीनना है
- सब कुछ अड़ानी अंबानी को बेच देना है और कोई सवाल ना कर सके
- मीडिया को बंद करना है कि वो भी सवाल ना उठा सके
भारतीय जनता पार्टी अपना मैनिफेस्टो जारी करती है देश में जिसमें अड़तालीस 48 बार फोटो नरेंद्र मोदी जी की आती है इस चीज़ को कंपेर करियेगा मैं आपको जो बहुत महत्वपूर्ण आंकड़ा बता रही हूँ, कांग्रेस के मैनिफेस्टो में राहुल गाँधी जी का मात्र तीन बार फोटो आता है और वही नरेंद्र मोदी जी की भारतीय जनता पार्टी के मैनिफेस्टो में मोदी जी का 48 बार फोटो आता है।
इसीलिए मैं हर बार हर जगह कहती हूँ कि भाजपा का ये मैनिफेस्टो नहीं है ये मोदी जी का फोटो एल्बम है। अलग अलग एंगल से अलग अलग पोज़ देते उन्होंने फोटो खींचा के डाली है।
अब आते हैं, मैनिफेस्टो पर।
सरकारी क्यों चुनी जाती है?
सरकारे इसलिए चुनी जाती है ताकि वो अपना कोई वादा बताती है और जनता उन वादे को देखते हुए फिर उन पर भरोसा करती है की अच्छा ठीक है आप ये कह रहे है आप ये कह रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी कह रही ये उसने वादा किया है कि हम हम 30,00,000 नौकरियां देंगे, सारे पदों को भर दिया जाएगा।
लेकिन नरेंद्र मोदी जी के और भाजपा के मैनिफेस्टो में नौकरियों का जिक्र ही नहीं हैं।
भाजपा के पूरे मैनिफेस्टो की खास बात ये है की वो सन् 2047 आधारित है।
मिशन 2047 मतलब आज कल का तो आप उनसे पूछ ही नहीं सकते।
मोदी जी ने क्या एक चीज़ सीख ली, पिछली बार एक बार उन्होंने 2014 के उसमें कह दिया था कि मैं हर साल 2,00,00,000 रोजगार दूंगा, जुमला दे दिया था। उस हिसाब से उनको आज तक 20,00,00,000 रोजगार देने थे।20,00,00,000 छोड़िये 20,00,000 रोजगार नहीं दिया उन्होंने 10 साल में।
लेकिन अब इस बार उन्होंने सोच लिया है की जनता जो है ना बड़ी होशियार है, वो तो पकड़ लेती है तो अब मैं ये बताऊँगा कि अगले 5 साल की तो बात ही नहीं कर रहा हूँ। मैं बात कर रहा हूँ 2047 की। मतलब आज से 23 साल बाद हम ये करेंगे।
आप उनको मैनिफेस्टो उठा के देख लीजिये, आपको हँसी आ जाएगी इन्होंने अपने मैनिफेस्टो में 10 साल बाद होने वाले ओलंपिक्स की भी बात की है कि हम भारत में कराएंगे।
2047 के हिसाब से चीजें उन्होंने डाल दी है।
मतलब क्या 22 साल का रोजगार मांगता हुआ 20 साल का आदमी, 22 साल का नौजवान आपसे आज रोजगार मांग रहा है, आप उसको बोलोगे 23 साल बाद आना जब 50 साल के हो जाओगे, रिटायरमेंट के समय।
रिटायरमेंट से बात जब निकली है तो बात आगे तक जाएगी।
अब नरेंद्र मोदी जी खुद 74 साल के हैं लेकिन अभी भी जनता के पास जाके बोल रहे है की मुझे 5 साल और दे दो।
मैं और काम करना चाहता हूँ लेकिन दूसरी तरफ वो उन देश के जवानों को जो 18 साल की उम्र में अग्निवीर बनेंगे उन्हें 22 साल की उम्र में बोल रहे है अब तुम रिटायर हो जाओ, अब तुम देश के सेना में काम करने के लिए उपयुक्त नहीं हो अब आप रिटायर हो जाओ।
बस हो गया आपका रिटायरमेंट 22 साल की उम्र में आपका रिटायरमेंट हो गया।
मतलब 75 साल के नरेंद्र मोदी जी काम करने के लिए उपयुक्त है और 22 साल का नौजवान जो सीमा में खड़ा है, उसका रिटायरमेंट 22 साल में। तो यही कांग्रेस पार्टी ने अपना वादा किया है एक और गैरन्टी दी है कि हम इस योजना को समाप्त करेंगे। कोंट्राक्टुअल जो काम ये सरकार कर रही है वो सब पक्का किया जाएगा। टेम्पररी नहीं, परमानेंट।
छत्तीसगढ़ एक किसान बुहोल इलाक़ा है, लेकिन
भाजपा के मैनिफेस्टो में क्या दिख रहा है आपको किसानों के लिए? केवल जुमलेबाजी।
कोई एक बात एक लाइन में वो लिख नहीं पा रहे है की हाँ, मैंने एम एस पी पर लीगल गैरन्टी देंगे।
हाँ हम आपका कर्ज माफ़ करेंगे। केवल 2047 है। सपना दिखाते हुए बेवकूफ बनाने की कोशिश, किसानों को भी।
कांग्रेस पार्टी ने जैसे बहुत ही स्पष्ट क्लिअर लाइन में लिखा है कोई स्टार मार्क ऊपर नहीं है की किसानों को जीएसटी के किसानों को एमएसपी पे लीगल गैरन्टी दी जाएगी। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश है, उसको लागू कर दिया जायेगा और।
किसानी से रिलेटेड खेती किसानी से रिलेटेड चीजों को खेती किसानी को जीएसटी के दायरे से दूर किया जाएगा। और कर्ज माफी के लिए एक अलग से आयोग बनाया जाएगा। इसे बोलते हैं की हाँ हम किसान हितैषी है नहीं।
नरेंद्र मोदी जी टाइप नहीं की 2022 तक तो किसानों की आय डबल कर रहे थे और हालत ये हो गई कि जब किसानों की आय डबल नहीं हुई और किसान आ गए उनसे दिल्ली में मुलाकात करने के लिए तो उन पर गोलियां चलवा दी। उनपे आंसू गैस के गोले छुड़वा दिए।
तीन काले कानून लेकर आ गए। उस तीन काले कानूनों को लड़ाई लड़ने के लिए आजाद भारत ने सबसे बड़ा किसान आंदोलन देखा, जिसमें हमारे 800 से ज्यादा किसान शहीद हो गए।
तो एक ये तो हाल है भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदीजी के।
लेकिन अब समय बदल चुका है। दौर बदल गया है। अब जनता इनके सच को समझ चुकी है।
वो कहते है ना किसी को आप एक बार मूर्ख बना सकते हैं, दो बार मूर्ख बना सकते हैं, बार बार अगर आप किसी को मूर्ख बनाने की सोच रहे हैं तो आप स्वयं मूर्ख है।
जनता मूर्ख नहीं है।
अब आपको अगर ये लग रहा है की अगर आप से झूठ बोलते जाएंगे और जीतते जाएंगे तो ऐसा नहीं होगा।
अब किसान आप देख लीजिए पिछले पांच सालों में किसान जमीन पर आंदोलन कर रहे हैं छात्र युवा आंदोलन कर रहे हैं जवान आंदोलन कर रहे हैं पहलवान आंदोलन कर रहे हैं जवान आंदोलन कर रहे हैं, पहलवान आंदोलन कर रहे हैं, ट्रेड यूनियन आंदोलन कर रहे हैं, रेलवे के बी एस एन एल के एलआइसी के जीतने भी केंद्रीय कर्मचारियों में प्राइवेटाइज़ेशन के खिलाफ़ सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। हर तरफ लोग आंदोलित हैं।
MNREGA -
मनरेगा की शुरुआत के बाद से इसकी मजदूरी में बहुत कम वृद्धि देखने को मिली है. इस योजना के तहत दी जाने वाली मजदूरी भारत के 35 में से 34 राज्यों में न्यूनतम मजदूरी दर से भी नीचे चली गई है.
मजदूरी की असमानता को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी देशभर में MNREGA के तहत मिलने वाली मजदूरी को ₹400/प्रतिदिन बढ़ाने की न्यूनतम गारंटी का वादा हमारी सरकार आते ही पूरा होगा।
साथ ही सामाजिक-आर्थिक और जातिगत जनगणना सरकार बनते ही कांग्रेस पार्टी करवाने का वादा करती है।
बिना किसी भेदभाव के सभी जातियों और समुदायों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EWS) के लिए नौकरी और शैक्षणिक संस्थानों दोनों में 10% आरक्षण लागू किया जाएगा.
अब सरगुजा आये और यहाँ की बात ना करे तो ऐसे क्या होगा।
सरकार बनते ही हसदेव के जंगल कोयला खनन के लिए काट दिये गये।
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने इसका श्रेय लिया और कहा कि छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने के बाद भाजपा ने सबसे पहला काम राजस्थान को बिजली प्रदान करने के लिए जंगल काटने का किया।
और आगे 3 लाख से अधिक पेड़ काट दिए गए, सिर्फ़ और सिर्फ़ अपने मित्र अड़ानी के लिए।
₹500 के सिलिंडर का इंतज़ार आज भी छत्तीसगढ़ कर रहा है।
महतारी वंदन योजना की पहली किश्त का इंतज़ार आज भी 70% महिलायें कर रही है।
छत्तीसगढ़ में मिल रही विधवा पेंशन भाजपा ने बंद कर दी।परित्यागता पेंशन भी बंद कर दी।
कांग्रेस सरकार द्वारा बिजली बिल हाफ स्कीम भी छत्तीसगढ़ भाजपा सरकार ने बंद कर दी।
यहाँ के प्रत्याशी चिंतामणि महाराज के तो क्या कहने वो तो अपनी चिंता दूर करने के लिए भाजपा के वाशिंग मशीन में धुल गए।
ED कोल स्कैम में इनका नाम था, 24 लोगों में।
भाजपा में शामिल होते ही सूची से नाम निकला और FIR भी नहीं हुई।
पिछली सांसद रेणुका सिंह तो हमेशा ही गायब रहीं। 5 साल कभी सुख दुख में नहीं थी।
और तो और सांसद में आज तक एक शब्द नहीं बोली।
ना ही जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रहते हुए उन्होंने छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के लिए कुछ किया।
और कांग्रेस ने ऐसी प्रत्याशी सरगुजा को दी है, सुश्री शशि सिंह जो एक युवा आदिवासी महिला है जो निडरता से सरगुजा की बात दिल्ली तक ले जाने का काम करेंगी।
अबकी बार 400 पार ये सिर्फ ख्वाब ई नारे भाजपा लगा रही है। असलियत ये है की वो 150 पार भी कर रहे हैं नहीं जा रही है और मैं आपको बहुत स्पष्ट रूप से बता दूँ 4 जून को पूरे देश में कांग्रेस पार्टी सरकार बनाने जा रही है। हमारा इंडिया गन बंधन सरकार बनाने जा रहा है और बहुत ही जबरदस्त अंडरकरेन्ट आपको समझ में आ गया होगा। पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जेपी श्रीवास्तव, महामंत्री द्वितेंद्र मिश्रा, प्रवक्ता आशीष वर्मा, अनुपम फिलिप, दिनेश शर्मा, नरेंद्र विश्वकर्मा, युंका जिलाध्यक्ष विकल झा,रजनीश सिंह,अविनाश,विकास शामिल हैं
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