जशपुर, रक्षाबंधन के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले के अपने गृहग्राम बगिया से जशपुर एक्सप्रेस का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने बिहान योजना से जुड़ी 12 स्व-सहायता समूह की महिलाओं को ई-रिक्शा का उपहार प्रदान किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वयं स्व-सहायता समूह की महिला श्रीमती गिलसोनिका पाण्डे के ई-रिक्शा में बैठकर बगिया निवास परिसर की यात्रा भी की। उन्होंने कहा कि ये ई-रिक्शा पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ कम परिचालन लागत वाले हैं, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएंगे और परिवहन क्षेत्र में उनकी भागीदारी को बढ़ाएंगे।
मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ की सभी बहनों की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि यह पहल महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि उनकी सरकार मोदी की गारंटी को तेजी से लागू कर रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत स्वीकृत 18 लाख आवासों का निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है। इसके अतिरिक्त आवास प्लस प्लस योजना के तहत पात्र परिवारों को कई सुविधाएं दी जाएंगी, जैसे कि भूमि, टू-व्हीलर और ₹15,000 मासिक आय का लाभ।
उन्होंने बताया कि महतारी वंदन योजना के अंतर्गत 70 लाख महिलाओं को हर महीने ₹1,000 दिए जा रहे हैं। तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए समर्थन मूल्य को बढ़ाकर ₹5,500 प्रति बोरा किया गया है। ग्रामीण बैंकिंग सुविधा के लिए अटल डिजिटल सुविधा केंद्र की शुरुआत की जा रही है, जो आगामी पंचायत दिवस पर सभी ग्राम पंचायतों में चालू होंगे।
राज्य सरकार ने नागरिक सेवाओं को पारदर्शी और डिजिटल बनाने के लिए रजिस्ट्री प्रक्रिया में 10 नई क्रांतियों की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना के तहत दूरस्थ क्षेत्रों में बस सेवाएं शुरू की गई हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र में भी जिले को सशक्त करने हेतु मेडिकल कॉलेज, प्राकृतिक चिकित्सा एवं फिजियोथेरेपी केंद्र, शासकीय नर्सिंग कॉलेज और फिजियोथेरेपी कॉलेज की स्थापना की जाएगी।
🔸 फरसाबहार क्षेत्र में संचालन करने वाली महिलाएं:
-
प्रतिमा भगत
-
रूट: फरसाबहार – कन्दईबहार – अमडीहा – तपकरा
-
-
मदनावती
-
रूट: लवाकेरा – अमडीहा – पुराईनबंध – समडमा – तपकरा
-
-
राजकुमारी पैंकरा
-
रूट: तपकरा – कन्दईबहार – तुबा – फरसाबहार
-
-
उर्मिला भगत
-
रूट: खुटगांव – सिंगीबहार – साजबहार – तपकरा
-
🔸 दुलदुला क्षेत्र में संचालन करने वाली महिलाएं:
-
बिंदेश्वरी देवी
-
रूट: कोसा – दुलदुला – विपतपुर – छेरडांड
-
-
पार्वती साय
-
रूट: कोसा – दुलदुला – पतराटोली – लोरो – बम्हनी
-
-
संगीता देवी
-
रूट: छेरडांड – लोरो – बम्हनी – कस्तुरा
-
-
बिमला देवी
-
रूट: छेरडांड – दुलदुला – लोरो – पतराटोली
-
🔸 कांसाबेल क्षेत्र में संचालन करने वाली महिलाएं:
-
गिलसोनिका पाण्डे
-
रूट: टांगरगांव – हथगड़ा – कांसाबेल
-
-
तियासो पैंकरा
-
रूट: बांसबहार – दोकड़ा – पुसरा – खुंटीटोली – कांसाबेल
-
-
नीता रवानी
-
रूट: कटंगखार – दोकड़ा – बन्दरचुंआ – कांसाबेल
-
-
अंगावती बाई
-
रूट: देवरी – दोकड़ा – छाताबर – कांसाबेल
-