🚨 बड़ा हादसा : तीन मंजिला इमारत से गिरा वेल्डिंग मजदूर, गंभीर चोटें, वायरल वीडियो से मचा हड़कंप! 🚨

अंबिकापुर, 16 जुलाई 2025

शहर में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा सामने आया जिसने सभी को झकझोर दिया। अंबिकापुर के एक निर्माणाधीन तीन मंजिला इमारत में कार्य कर रहा वेल्डिंग मजदूर अचानक नीचे गिर गया। मजदूर की पहचान 28 वर्षीय राजू यादव के रूप में हुई है, जो कि मूलतः बलरामपुर जिले का रहने वाला बताया जा रहा है। हादसे में उसके दोनों पैरों की उंगलियों में गंभीर चोटें आईं हैं, वहीं पूरे शरीर पर भी कई जगह चोट के निशान पाए गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मजदूर बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर वेल्डिंग का काम कर रहा था। उसी दौरान उसका संतुलन बिगड़ गया और वह बिना किसी सुरक्षा उपकरण के सीधे जमीन पर आ गिरा। गनीमत रही कि आसपास मौजूद अन्य मजदूरों ने तत्काल उसे उठाकर नजदीकी जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां फिलहाल उसका इलाज जारी है। डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल खतरे से बाहर है, लेकिन पैरों में चोट के चलते उसे लंबे समय तक बेड रेस्ट की सलाह दी गई है।

वीडियो हुआ वायरल, लापरवाही पर सवाल
इस दर्दनाक हादसे का वीडियो घटनास्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने बना लिया, जो कुछ ही समय में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। खासकर पब्लिक ऐप पर यह वीडियो टॉप ट्रेंड में बना हुआ है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मजदूर ने कोई सेफ्टी बेल्ट या अन्य सुरक्षा उपकरण नहीं पहना था। इस लापरवाही ने न केवल ठेकेदार और साइट प्रबंधन की जवाबदेही पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंताएं भी सामने आई हैं।

स्थानीय प्रशासन सख्त, जांच के आदेश
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और श्रम विभाग की टीम मौके पर पहुंची। प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं और संबंधित ठेकेदार से जवाब-तलब किया गया है। श्रम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यदि जांच में सुरक्षा मानकों की अनदेखी पाई गई तो ठेकेदार और साइट मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


मजदूर संघों ने उठाई आवाज
इस घटना के बाद मजदूर संघों ने आवाज उठाई है। उनका कहना है कि आए दिन ऐसे हादसे हो रहे हैं, लेकिन मजदूरों की सुरक्षा के लिए न तो कोई ठोस इंतजाम किए जा रहे हैं और न ही किसी प्रकार की बीमा व्यवस्था होती है। मजदूरों ने दोषी ठेकेदार पर कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ घायल मजदूर को उचित मुआवजा देने की मांग की है।

बिना सुरक्षा के काम पर रोक की मांग
मजदूर संघ ने मांग की है कि जब तक साइट्स पर पूरी सुरक्षा व्यवस्था नहीं होती, तब तक किसी भी निर्माण कार्य को अनुमति न दी जाए। इसके साथ ही जिला प्रशासन से यह भी आग्रह किया गया है कि सभी निर्माण स्थलों पर समय-समय पर औचक निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया जाए कि मजदूरों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।

सवाल उठता है कि कब सुधरेगा सिस्टम?
यह हादसा न केवल प्रशासन और ठेकेदार की लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा करता है कि आखिर कब तक मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर काम करने को मजबूर रहेंगे? क्या हर हादसे के बाद केवल जांच और आश्वासन ही मिलते रहेंगे या फिर वाकई मजदूरों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे?

यह घटना शहर के लोगों के लिए भी एक चेतावनी है कि निर्माण स्थलों पर सिर्फ काम की जल्दी में न रहा जाए, बल्कि वहां काम कर रहे मजदूरों की जान की हिफाजत भी उतनी ही जरूरी है।

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