विधायक देवेन्द्र यादव एवं अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी सरगुजा ने गांधीचौक के डाटा सेंटर के सामने धरना-प्रदर्शन किया

 भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव एवं अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के विरोध में आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आवाहन पर जिला कांग्रेस कमेटी सरगुजा ने गांधीचौक के डाटा सेंटर के सामने धरना-प्रदर्शन किया एवं राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। 10 जून को बलौदा बजार में सतनामी समाज के प्रदर्शन के दौरान असमाजिक तत्वों ने बलौदाबजार के कलेक्टरेट एवं पुलिस अधिक्षक कार्यालय में आगजनी की थी। पुलिस ने यह आरोप लगाकर कि जिस भीड ने आगजनी की उसे देवेन्द्र यादव ने भडकाया था, उन्हें रक्षाबंधन के 1 दिन पूर्व गिरफ्तार कर लिया था। उनपर 20 से अधिक धाराएं लगायी गयी है, जिनमें भारतीय दण्ड विधान की धारा 307 जो कि हत्या के प्रयास के संदर्भ में है भी आरोपित की गई है। जबकि बलौदाबजार हिंसा से भिलाई नगर विधायक या कांग्रेस के अन्य कार्यकर्ताओं का कोई लेना देना नहीं था। वे सतनामी समाज के द्वारा आयोजित सभा में उसी प्रकार से शामिल होने पहॅुंचे थे जैसे कि समनामी समाज के बुलावे पर भाजपा के अन्य नेता भी पहॅुंचे थे। लेकिन बलौदाबजार की घटना के 67 दिन उपरांत भिलाई नगर विधायक को पुलिस द्वारा जिस प्रकार से गिरफ्तार किया गया वो प्रदेश सरकार की मंशा पर सवाल खडे करता है। डाटा सेंटर के सामने आयोजित धरना प्रदर्शन में सरगुजा जिले के सभी विकासखंडों के सैकडो कार्यकर्ता उपस्थित थे। इनको संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस महामंत्री श्री द्वितेन्द्र मिश्रा ने कहा कि लगभग हर मोर्चे पर नाकाम विष्णुदेव सरकार मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिये कांग्रेस के लोकप्रिय विधायक एवं उसके कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर रही है। सतनामी समाज के सभा में भाग लेने पर कांग्रेस विधायक और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया जाता है, वहीं इस सभा में शामिल भाजपाईयों को सरकार अभयदान दे रही है।

सभा को संबोधित करते हुए श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद ने कहा कि भाजपा राष्ट्रवाद का ढोंग करते हुए संविधान का पग-पग पर उल्लंघन करती है। लेकिन कांग्रेस का राष्ट्रवाद इस देश के गरीब, दलित, पिछडे, महिला, युवा और सभी 140 करोड भारतियों का हित है। कांग्रेस इस देश के सभी धार्मिक और जातीय समूहों के साथ दृढता से खडी है। उन्होंने भाजपा के गौ-रक्षा नारे के पाखंड पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में गौवंश पशुओं के लिये गौठान की व्यवस्था की गई थी जो भाजपा सरकार आने के बाद ध्वस्त हो गई है। आज पूरे प्रदेश में गौवंश पशु सडकों पर एक्सीडेंट में मर रहा है, लेकिन यह सरकार उनकी सुरक्षा के लिये कोई काम नहीं कर रही है। 

               सभा को संबोधित करते हुए 20 सूत्रिय समिति के पूर्व उपाध्यक्ष एवं नगर पालिक निगम के सभापति श्री अजय अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। अपनी असफलताओं को छिपाने के लिये और ध्यान भटकाने के लिये भजपा सरकार ने पुलिस व्यवस्था का दुरुपयोग कर कांग्रेस के विधायक और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। 


सभा को संबोधित करते हुए औषधीय पादप बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक ने चुटकी लेते हुए कहा कि सरगुजा संभाग से चुने गये मुख्यमंत्री को लेकर बहुत उम्मीदें थी, लेकिन सब सांय-सांय हो गया और छत्तीसगढ की प्रशासनिक व्यवस्था आंय-बांय हो गया। उन्होंने कहा कि ब्यूरोक्रेसी वो घोडा है जो उसके इशारे पर चलता है जो उसपर सवार हो, बशर्ते सवार की कलाई में दम हो। इस सरकार की कलाई में ही दम नहीं है, इस कारण से सरकार ब्यूरोक्रेसी को नहीं बल्कि ब्यूरोक्रेसी सरकार को चला रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता अपने नेता राहुल गांधी के डरो मत नारे के साथ चलता है। प्रदेश की भाजपा सरकार चाहे कांग्रेस और उसके कार्यकर्ताओं का जितना भी दमन करे लेकिन कांग्रेस और उसके कार्यकर्ता प्रदेश की जनता के हित में सदैव संघर्ष करेंगे। 

सभा के अंत में आभार प्रदर्शन करते हुए जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा कि वास्तव में प्रदेश में एक अनुभवहीन सरकार सतारुढ हो गयी है जो कठपुतली के रुप में पी0एम0ओ0 से संचालित है। इसका एकमात्र उद्देश्य प्रदेश के संसाधनों के भाजपा के उद्योगपति मित्रों को सौपने का है। सभा को जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति मधु सिंह, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत सिन्हा, मो0 इस्लाम, हेमंत तिवारी, नुरुल अमीन सिद्धकी, राजीव कुमार सिंह, सत्येन्द्र तिवारी, इरफान सिद्धकी, संजीव मंदिलवार, शैलेन्द्र सिंह, विकल झा, संजीव मंदिलवार, प्रमोद चौधरी, दीपक मिश्रा, लवकेश पासवान, शिवप्रसाद अग्रहरी परवेज आलम, मिथुन सिंह आदि ने भी संबोधित किया। सभा का संचालन दुर्गेश गुप्ता के द्वारा किया गया। सभा में विक्रमादित्य सिंह, विनय शर्मा, बलराम यादव, तिलक बेहरा रामविनय सिंह, अब्दुल अब्बास,गीता श्रीवास्तव, गीता रजक, रुही गजाला, अनूप मेहता, अशफाक अलि, चंद्रप्रकाश सिंह,  संजय सिंह, बाबू सोनी, रत्नेश पाण्डे, दिनेश शर्मा, आतिफ रजा, विष्णु सिंहदेव, कलीम अंसारी, अमित तिवारी राजा, काजू खान, बाबर खान, रजनीश सिंह, विकास गुप्ता, केदार यादव, विरेन्द्र सिन्हा, विरेन्द्र सिंह, अमित सिंह, सचिन जायसवाल, धमेंन्द्र ताम्रकर, सचिन जायसवाल, जमशेर आलम, मयंक गुप्ता, सरोज साहू, सतीश घोष, मालती सिंह, वंदना राजवाडे, हमीदा बेगम, राजू राम, बिगन राम आदि उपस्थित थे। 

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