पुलिस अधीक्षक सरगुजा के निर्देशन में गठित विशेष पुलिस टीम एवं थाना गांधीनगर पुलिस टीम द्वारा संयुक्त कार्यवाही में मामले का किया गया खुलासा।
गुमशुदा मृतक द्वारा आरोपी कों 50 हजार रुपये नगद, सोने का चैन एवं ब्रेसलेट देकर कराई गई थी हत्या की घटना।
आरोपी के विरुद्ध पूर्व में भी कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, आरोपी आपराधिक किस्म का युवक हैं।
पुलिस टीम द्वारा आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 01 नग हौंडा साइन मोटरसायकल, 48000/- नगद एवं 01 नग मोबाइल, मृतक का 02 नग सोने का चैन, मृतक का 01 नग ब्रेसलेट, मृतक का 02 नग अंगूठी, किया गया बरामद।
आरोपी के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 03 नग लोहे का देशी पिस्टल, 32 नग जिंदा राउंड, 03 नग खोखा, 02 नग लोहे का मेग्जीन किया गया बरामद।
पुलिस टीम द्वारा दौरान पता तलाश गुमशुदा अक्षत अग्रवाल के उपयोग किये जा रहे मोबाइल नम्बरो के सम्बन्ध में तकनिकी जानकारी प्राप्त कर गुमशुदा के सम्पर्क में रहे संदिग्ध युवक संजीव मण्डल उर्फ भानू कों उसके घर से घेराबंदी कर पकड़कर गुमशुदा अक्षत अग्रवाल के सम्बन्ध में पुछताछ करने पर बताया कि आरोपी दिनांक 20/08/24 कों शाम 6:30 बजे लगभग गुमशुदा अक्षत अग्रवाल के साथ उसके हुण्डई एक्सटर में बैठ कर ग्राम मेण्ड्रा के पहाड घुटरी जंगल में जाकर गुमशुदा अक्षत अग्रवाल के सीने में पिस्टल से 03 गोली मारकर हत्या कर शव को हुण्डई एक्सटर कार में छोड़कर वापस आ जाना बताया गया, सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम द्वारा आरोपी के निशानदेही पर बताये हुए जगह घटनास्थल पर पहुंचकर देखा गया मौके पर हुण्डई एक्सटर कार क्रमांक सी जी/10/ बी एस/4184 के ड्रायविंग सीट पर गुमशुदा अक्षत अग्रवाल का रक्त रंजीत शव पड़ा हुआ था, मामले में मर्ग क्रमांक 83/24 धारा 194 बी.एन.एस.एस. कायम कर जांच में लिया गया।
दौरान विवेचना पुलिस टीम द्वारा मामले के संदेही संजीव मण्डल उर्फ भानु कों पकड़कर पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा अपना नाम संजीव मण्डल उर्फ भानु उम्र 29 वर्ष निवासी भगवानपुर रोहित इलेक्ट्रॉनिक्स के बगल में थाना गांधीनगर का होना बताया, आरोपी से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ करने बताया कि गुमशुदा अक्षत अग्रवाल द्वारा आरोपी कों 50000/- नगद रूपये एवं सोने के जेवर दिए जाने की बात कहने पर आरोपी द्वारा मृतक की हत्या कारित करना स्वीकार किया गया, घटना कारित करने पश्चात मृतक अक्षत अग्रवाल के गले में पहना चैन व हाथ में पहने दो अगुठी को निकाला और पिस्टल वाले थैले को लेकर अपने मोटरसायकल से इंजीनियरिंग कॉलेज के पास गया जहां झाड़ी में तीनो बंदुक व गोली को झोला सहित फेंक दिया उसके बाद नगद रकम व सोने के जेवर को अपने घर के दराज में रखने के बाद आरोपी सो गया।
आरोपी द्वारा हत्या की घटना कारित किया जाना स्वीकार किये जाने पर अपराध सबूत पाये जाने से मामले में अपराध क्रमांक 489/24 धारा 103 बी.एन.एस., 25-27 आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 03 नग लोहे का देशी पिस्टल, 32 नग जिंदा राउंड, 03 नग खोखा, 02 नग लोहे का मैगजीन बरामद किया गया, आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 01 नग हौंडा साइन मोटरसायकल, 500 रुपये के 96 नोट कुल 48000/- एवं 01 नग मोबाइल, मृतक का 02 नग चैन, मृतक का 01 नग ब्रेसलेट, मृतक का 02 नग अंगूठी बरामद किया गया हैं, शेष रकम खर्च होना बताया गया है, आरोपी के विरुद्ध पूर्व में भी कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, आरोपी आपराधिक किस्म का युवक हैं, आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया हैं।
सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक प्रदीप जायसवाल, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, प्रभारी साइबर रेंज थाना निरीक्षक कलीम खान, स्पेशल टीम प्रभारी सहायक उप निरीक्षक विवेक पाण्डेय, सहायक उप निरीक्षक विनय सिंह, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, प्रधान आरक्षक गणेश कदम, आरक्षक अनुज जायसवाल, सुयश पैकरा, विकाश मिश्रा, रमेश राजवाडे, सत्येंद्र दुबे, संजीव चौबे, विकास सिंह, अमित विश्वकर्मा, अरविन्द उपाध्याय, ऋषभ सिंह, उमाशंकर साहू, घनश्याम देवांगन, पंकज लकड़ा, संजय राजवाड़े, आरक्षक साइबर रेंज थाना विवेक किंडो शामिल रहे।