📰 समाचार रिपोर्ट |
📅 अंबिकापुर,
📍 जिला सरगुजा, छत्तीसगढ़
⚖️ ग्रामीणों और पुलिस संघर्ष के कारणों की पड़ताल
अमेड़ा खदान में 3 दिसम्बर को भूमि अधिग्रहण के दौरान हुए संघर्ष की जांच के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित 10 सदस्यीय जांच दल ने आज ग्राम परसोढि कला का दौरा किया।
जांच दल का नेतृत्व पूर्व केबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह ने किया, जबकि कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव सुश्री जरिता लैतफलांग भी दल के साथ मौजूद थीं।
ग्रामीणों से चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि अधिग्रहण की कार्रवाई एसईसीएल और प्रशासन द्वारा बिना पूर्व सूचना के की गई थी।
गिरफ्तार हुई 7 महिलाओं ने बताया कि पुलिस बल के पुरुषों ने खेतों में काम कर रही महिलाओं के साथ मारपीट की, गांव के देवस्थान को तोड़ा और फिर ग्रामीणों पर लाठीचार्ज किया, जिससे संघर्ष की शुरुआत हुई।
🗣️ ग्रामीणों का विरोध और अविश्वास
- ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से कहा कि वे अपनी जमीन एसईसीएल को नहीं देंगे।
- मंत्री राजेश अग्रवाल के उस बयान को भी ग्रामीणों ने खारिज किया जिसमें कहा गया था कि जमीन हस्तांतरण पर सहमति बन गई है।
- ग्रामीणों ने बताया कि अमेड़ा खदान के अनुभव को लेकर उनमें एसईसीएल के प्रति गहरा अविश्वास है।
- वायदे के बावजूद एसईसीएल ने न तो नौकरी दी, न उचित मुआवजा दिया और न ही सीएसआर के तहत कोई कार्य किया।
- कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव ने इसे “चमचा रेट सेटिंग्स” बताते हुए जमीन हड़पने का उपाय कहा।
👩🦱 जेल गई महिलाओं का सम्मान
संघर्ष के बाद जेल भेजी गई महिलाओं का कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव सुश्री जरिता लैतफलांग ने हार पहनाकर सम्मान किया।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का स्पष्ट निर्देश है कि कांग्रेस आदिवासी, किसान, महिला, युवा और कमजोर वर्ग के हर संघर्ष में पूरी ताकत से खड़ी रहेगी।
विधायक जनकलाल ध्रुव ने इन महिलाओं को “दुर्गा” की संज्ञा दी और मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए उन्हें “मोदी और शाह का कठपुतली” बताया।
✊ कांग्रेस का रुख — शांतिपूर्ण आंदोलन और न्यायालय
- जांच दल प्रमुख डॉ. प्रेमसाय सिंह ने कहा कि कांग्रेस ग्रामीणों के हर शांतिपूर्ण संघर्ष में साथ खड़ी रहेगी।
- उन्होंने बताया कि पूर्व उपमुख्यमंत्री इस मामले को न्यायालय में ले जाने के लिए वकीलों से विचार-विमर्श कर रहे हैं।
- विधायक इन्द्रशाह मंडावी ने कहा कि टी.एस. बाबा के विधायक रहते ग्रामीणों को कोई परेशानी नहीं हुई थी, जबकि वर्तमान सरकार गरीबों की नहीं सुनती और कॉरपोरेट हितों को प्राथमिकता देती है।
👥 जांच दल में शामिल सदस्य
इस दौरान जांच दल में कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, पूर्व महापौर डॉ. अजय तिर्की, पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता, जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती मधु सिंह, मुनेश्वर राजवाड़े और अनिमा केरकेट्टा भी मौजूद रहे।
📍 कांग्रेस जांच दल का यह दौरा परसोढि कला के ग्रामीणों के संघर्ष को समर्थन देने और भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर न्यायिक लड़ाई की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।