📰 समाचार रिपोर्ट |
📅 अंबिकापुर,
📍 जिला सरगुजा, छत्तीसगढ़
🏥 संघर्ष में आहत ग्रामीणों को मिला उपचार
3 दिसम्बर को ग्रामीणों और पुलिस के बीच हुए संघर्ष में आहत कई ग्रामीणों का इलाज आज ग्राम परसोढि कला में संजीवनी अस्पताल अंबिकापुर के 7 सदस्यीय चिकित्सा दल ने कैम्प लगाकर किया।
- कुल 43 ग्रामीणों का इलाज किया गया।
- 5 ग्रामीणों को फ्रैक्चर की संभावना देखते हुए एक्स-रे की सलाह दी गई और अस्पताल बुलाया गया।
- जिन ग्रामीणों के सर पर चोट आयी थी उन्हें प्राथमिक इलाज के बाद छोड़ दिया गया था, जबकि अन्य को कोई चिकित्सा सुविधा नहीं मिली थी।
- कई ग्रामीणों ने व्यक्तिगत प्रयास से स्थानीय स्तर पर इलाज कराया।
👨⚕️ चिकित्सा दल की टीम
संजीवनी अस्पताल की ओर से भेजी गई टीम में शामिल थे:
- आपातकालीन चिकित्सक: डॉ. ऋषभ, डॉ. इकबाल
- ड्रेसर: अनिल कश्यप
- नर्स: सिस्टर निशा एवं मोनिका
- अन्य मेडिकल स्टाफ: श्री लक्ष्मी एवं श्री लालजी
🗣️ आदित्येश्वर शरण सिंहदेव का वक्तव्य
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य श्री आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने शुक्रवार को परसोढि कला का दौरा किया था।
- उन्होंने कहा कि संघर्ष की घटना असंवेदनशील थी और प्रशासन को इससे बचना चाहिए था।
- ग्रामीणों के अपर्याप्त इलाज पर चिंता जताते हुए उन्होंने चिकित्सा सहायता का आश्वासन दिया था।
- उनकी पहल पर आज ग्रामीणों को इलाज उपलब्ध कराया गया।
- उन्होंने ग्रामीणों को कानूनी सहायता दिलाने का भी आश्वासन दिया।
🌿 संस्कृति और पर्यावरण बचाने की अपील
मीडिया से बातचीत में श्री सिंहदेव ने कहा:
- “विकास के लिए माइनिंग जरूरी है, लेकिन रामगढ़, परसोढि कला और मैनपाट में हो रहे खनन से सरगुजा की संस्कृति, सभ्यता और पर्यावरण को गंभीर खतरा है।”
- उन्होंने इसे दलीय विचारधारा से ऊपर का मुद्दा बताते हुए सभी दलों से सामूहिक पहल करने की अपील की।
📍 यह चिकित्सा कैम्प संघर्ष प्रभावित ग्रामीणों को राहत देने के साथ-साथ सरगुजा की संस्कृति और पर्यावरण बचाने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है।
