आदि कर्मयोगी अभियान" के अंतर्गत जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न

जनजातीय बहुल क्षेत्रों में सहभागी शासन और परिवर्तनकारी नेतृत्व की नई पहल

अम्बिकापुर, भारत सरकार के “आदि कर्मयोगी अभियान” के अंतर्गत आज जिला पंचायत सभा कक्ष, अंबिकापुर में जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जनजाति समुदायों से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संवेदनशील, जिम्मेदार और प्रभावी सेवा प्रदान करने हेतु प्रशिक्षित करना तथा सुशासन, नैतिकता और सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देना था।


कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति

कार्यक्रम में पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्री राजेश अग्रवाल, लुण्ड्रा विधायक श्री प्रबोध मिंज, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती निरूपा सिंह, उपाध्यक्ष श्री देवनारायण यादव, कलेक्टर श्री विलास भोसकर, जिला पंचायत सीईओ श्री विनय कुमार अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्री सुनील नायक, जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।



मुख्य संबोधन और विचार-विमर्श

  • पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि आदि कर्मयोगी अभियान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” की भावना का प्रतीक है। जनजातीय क्षेत्रों के विकास में सामूहिक सहभागिता आवश्यक है, तभी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो सकेगा।

  • लुण्ड्रा विधायक श्री प्रमोद मिंज ने कहा कि यह योजना जनजातीय समुदाय के लिए नई उम्मीदों और सपनों की नींव है। मूलभूत सुविधाओं – बिजली, पानी, सड़क – की उपलब्धता तभी संभव है जब समुदाय के लोग मिलकर प्रयास करें।

  • कलेक्टर श्री विलास भोसकर ने कहा कि यह अभियान वर्तमान और भविष्य दोनों के लिए लाभकारी है। अधिकारियों को जनजातीय संस्कृति और आवश्यकताओं को समझते हुए योजनाओं को लागू करना चाहिए। उन्होंने विभागीय समन्वय और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका पर बल दिया।

  • जिला पंचायत सीईओ श्री विनय कुमार अग्रवाल ने पीपीटी प्रस्तुति के माध्यम से बताया कि जिले के 7 विकासखंडों के 416 आदिवासी बहुल ग्राम चिन्हित किए गए हैं। इन ग्रामों में लगभग 8320 ग्राम स्तरीय “चेंज लीडर कैडर” तैयार किए जाएंगे।

    • अंबिकापुर ब्लॉक – 66 ग्राम

    • लुण्ड्रा – 85 ग्राम

    • बतौली – 49 ग्राम

    • सीतापुर – 43 ग्राम

    • मैनपाट – 39 ग्राम

    • लखनपुर – 87 ग्राम

    • उदयपुर – 47 ग्राम

उन्होंने बताया कि धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान 2024-25 के अंतर्गत ऐसे ग्राम, जहां 50% से अधिक आदिवासी आबादी है, प्राथमिकता से चयनित किए गए हैं। इन सभी गांवों में योजनाओं का क्रियान्वयन सामूहिक प्रयासों और सहभागी शासन के माध्यम से होगा।


सामूहिक चर्चा और निष्कर्ष

कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने जनजातीय क्षेत्रों में प्रशासनिक चुनौतियों एवं समाधान पर विचार-विमर्श किया। प्रतिभागियों ने आदि कर्मयोगी अभियान को अपने-अपने कार्यक्षेत्र में लागू करने की प्रतिबद्धता जताई।


निष्कर्ष

यह अभियान देशभर में चरणबद्ध रूप से संचालित किया जा रहा है, जिसका लक्ष्य है – शासन व्यवस्था में समावेशिता, संवेदनशीलता और सेवा भाव को सुदृढ़ करना। अंबिकापुर में आयोजित यह जिला स्तरीय कार्यक्रम इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

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