पटना, जुलाई 2025:
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले NDA में सियासी हलचल तेज हो गई है। गठबंधन में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बड़ा राजनीतिक दांव खेला है। उन्होंने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिससे बीजेपी और जेडीयू की रणनीतियों पर असर पड़ सकता है।
छपरा से भरी हुंकार
चिराग पासवान ने रविवार को छपरा के राजेंद्र स्टेडियम में आयोजित ‘नव-संकल्प महासभा’ को संबोधित करते हुए कहा,
“मैं चुनाव लड़ूंगा बिहारियों के लिए, भाइयों, माताओं और बहनों के लिए। एक ऐसा बिहार बनाएंगे जो सही मायनों में विकास की राह पर आगे बढ़े।”
“मैं शेर का बेटा हूं”
अपने भाषण में चिराग ने कहा कि उन्हें पार्टी, घर और परिवार से निकाला गया, लेकिन वे कमजोर नहीं हुए। उन्होंने कहा,
“जो सोचते हैं कि चिराग डर जाएगा, वे भूल गए हैं कि मैं शेर का बेटा हूं, रामविलास पासवान का बेटा हूं। मैं न रुकूंगा, न थकूंगा और न झुकूंगा।”
“बिहार आने से रोकने की साजिश”
चिराग ने आरोप लगाया कि कुछ ताकतें उन्हें बिहार की राजनीति से दूर रखना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि अगर वे बिहार में सक्रिय हुए, तो युवाओं, किसानों, महिलाओं और मजदूरों को उनका अधिकार मिलेगा, इसलिए विरोधी घबराए हुए हैं।
“जो लोग बिहार के युवाओं को पलायन के लिए मजबूर करते हैं, वे नहीं चाहते कि चिराग पासवान उन्हें उनका हक दिलाए।”
इस बयान के बाद बिहार की सियासत में गर्मी बढ़ गई है और एनडीए के भीतर समीकरणों में बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं। चिराग का यह ऐलान अकेले चुनाव लड़ने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है, जिससे बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की रणनीति पर बड़ा असर पड़ सकता है।