अंबिकापुर, 16 जुलाई 2025
अंबिकापुर पुलिस और मानव तस्करी निरोधक दस्ते ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए मानव तस्करी के अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो एक 20 वर्षीय युवती को झांसा देकर उत्तर प्रदेश ले गए थे। वहां उसकी जबरन शादी कराने की साजिश रची जा रही थी। समय रहते स्थानीय पुलिस के सहयोग से युवती को सकुशल बचा लिया गया, वरना उसका जीवन बर्बाद हो सकता था।
📌 घटना का पूरा विवरण:
जानकारी के अनुसार, अंबिकापुर निवासी एक गरीब परिवार की युवती को आरोपियों ने नौकरी और बेहतर जीवन का लालच देकर फंसाया। पीड़िता के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच में सामने आया कि युवती को पहले झारखंड, फिर बिहार होते हुए उत्तर प्रदेश के एक ग्रामीण इलाके में ले जाया गया। वहां एक व्यक्ति से उसकी जबरन शादी कराने की तैयारी थी।
सूचना मिलते ही अंबिकापुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए यूपी पुलिस से संपर्क साधा। दोनों राज्यों की पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में युवती को छुड़वाया गया।
👮♂️ गिरफ्तार आरोपी:
पुलिस ने इस मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 3 महिला और 4 पुरुष शामिल हैं। आरोपी पेशेवर तस्कर हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की युवतियों को नौकरी, शादी और बेहतर जीवन के सपने दिखाकर उन्हें बेचने का धंधा करते थे।
🔎 जांच में सामने आई अहम जानकारियाँ:
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गिरोह का नेटवर्क छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, और उत्तर प्रदेश में फैला है।
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आरोपियों ने कई अन्य लड़कियों को भी इसी तरह फंसाने की योजना बनाई थी।
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पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने मानव तस्करी, अपहरण, बंधक बनाना, और महिला उत्पीड़न की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
🚨 पुलिस अधीक्षक का बयान:
सरगुजा पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि "यह गंभीर मामला मानव तस्करी का है जिसमें संगठित गिरोह संलिप्त है। अन्य पीड़ितों की तलाश के लिए टीम गठित कर दी गई है। इसके अलावा, गिरोह से जुड़े अन्य राज्यों में फैले नेटवर्क को भी खंगाला जा रहा है। जल्द ही और गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं।"
⚠️ जागरूकता की अपील:
पुलिस प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति के झांसे में न आएं और अपने बच्चों को रोजगार या शादी के बहाने कहीं भेजने से पहले पूरी जानकारी जुटाएं।
📌 मानव तस्करी के बढ़ते मामले:
यह मामला मानव तस्करी के बढ़ते खतरों की ओर इशारा करता है। आर्थिक तंगी, अशिक्षा और जागरूकता की कमी के चलते कई परिवार आसानी से ऐसे दलालों के जाल में फंस जाते हैं। इसीलिए पुलिस और सामाजिक संस्थाओं ने संयुक्त रूप से जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
✅ आगे की कार्रवाई:
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आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
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पीड़िता की काउंसलिंग और पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
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गिरोह से जुड़े अन्य राज्यों में पुलिस टीमें भेजी जा रही हैं।
यह घटना न केवल मानव तस्करी के भयावह सच को उजागर करती है बल्कि प्रशासनिक सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का भी प्रमाण है।
सरगुजा पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि मानव तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।