सरगुजा जिले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। साइबर ठगी के मामलों में प्रयुक्त म्यूल अकाउंट के दो प्रमुख खाता धारकों को गिरफ्तार किया गया है। गांधीनगर थाना पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त कार्यवाही में इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी लंबे समय से देश के अलग-अलग राज्यों में फैले साइबर ठग गिरोह से जुड़े हुए थे और फर्जी मोबाइल नंबर व बैंक खातों के जरिये अवैध लेन-देन को अंजाम दे रहे थे।
ठगी के धंधे का पर्दाफाश, पुलिस मुख्यालय से मिली थी सूचना
पुलिस मुख्यालय रायपुर से निर्देश मिलने पर गांधीनगर पुलिस ने भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के समन्वय पोर्टल के जरिए प्राप्त सूचनाओं पर कार्रवाई शुरू की। जांच में सामने आया कि अम्बिकापुर निवासी हर्षित पाण्डेय उर्फ धन्नू, केदारपुर भट्टी रोड, अंबिकापुर के फर्जी सिम कार्ड और उससे लिंक म्यूल अकाउंट के जरिये अलग-अलग राज्यों से लगभग 6 लाख रुपये से अधिक की साइबर ठगी की गई है।
पकड़े गए आरोपियों के नाम और भूमिका
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हर्षित पाण्डेय उर्फ धन्नू (28 वर्ष) - निवासी भट्टी रोड, केदारपुर, अंबिकापुर। इसने अपने सिम और बैंक खाते का इस्तेमाल ठगी की रकम हासिल करने के लिए किया। हर्षित ने खुलासा किया कि उसने 30,000 रुपये नगद में अपना खाता और सिम दीपेश मिश्रा उर्फ चुनमुन को सौंपा था।
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दीपेश कुमार मिश्रा उर्फ चुनमुन (35 वर्ष) - निवासी भट्टी रोड, केदारपुर, अंबिकापुर। इसने पूरी साजिश में अहम भूमिका निभाई। दीपेश ने गिरोह के अन्य सदस्यों के कहने पर इन खातों का प्रयोग कर रकम ठगी में मदद की।
ठगी के नेटवर्क का बड़ा खुलासा, फरार आरोपी की तलाश जारी
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे अन्य फरार आरोपियों के इशारे पर यह कार्य कर रहे थे। दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने उनके पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है। फिलहाल इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कानूनी कार्यवाही और दर्ज धाराएं
गांधीनगर थाना में इस मामले में अपराध क्रमांक 397/25 धारा 317(4), 318(4), 61(2) बी.एन.एस. के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच जारी है। पकड़े गए दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है।
जांच में सक्रिय रही पुलिस टीम
इस पूरी कार्रवाई में थाना गांधीनगर के थाना प्रभारी निरीक्षक प्रदीप जायसवाल के नेतृत्व में, साइबर सेल से सहायक उप निरीक्षक अजीत मिश्रा, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, विकास सिन्हा, आरक्षक वीरेंद्र पैकरा, अनुज जायसवाल, जितेश साहू, मनीष सिंह और राहुल केरकेट्टा का अहम योगदान रहा।
पुलिस की अपील
पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने बैंक अकाउंट या मोबाइल सिम न दें। साथ ही, अगर किसी प्रकार की साइबर ठगी की आशंका हो तो तत्काल पुलिस या साइबर सेल को सूचित करें।
अगली कार्रवाई की तैयारी
फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस की विशेष टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस साइबर ठगी रैकेट के अन्य सदस्यों को भी जल्द गिरफ्तार कर पूरे गिरोह का भंडाफोड़ किया जाएगा।
👉 सरगुजा पुलिस साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए प्रतिबद्ध है और लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है।
