मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्था, सफाई और सुरक्षा से पूर्व उपमुख्यमंत्री चिंतित


पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री टी0एस0 सिंहदेव ने महापौर डॉं अजय तिर्की एवं जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता के नेतृत्व में कांग्रेस के एक दल को मुआयना के लिये भेजा


अंबिकापुर // मेडिकल कॉलेज अस्पताल से लगातार आ रही अव्यवस्था, सफाई और सुरक्षा में कोताही की सूचनाओं से चिंतित पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री टी0एस0 सिंहदेव ने महापौर डॉं अजय तिर्की एवं जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता के नेतृत्व में कांग्रेस के एक दल को मुआयना के लिये भेजा। सरकार बदलने के महज दो माह के भीतर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई है। कभी खुले में प्रसव की घटना, तो कभी आई0सी0 यू0 में गंदगी, तो कभी हमर लैब से जांच की व्यवस्था के ठप होने की खबरें सुर्खियों में है। आज मेडिकल कॉलेज अस्पताल के दौरे के दौरान कांग्रेस के दल ने एम0सी0एच0 भवन, विभन्न वार्ड, आई0सी0यू0 परिसर, आपातकालीन कक्ष, विभिन्न वार्ड, हमर लैब, दवा वितरण कक्षा आदि का निरिक्षण किया। 

अस्पताल के आई0सी0यू0 कक्ष में गंदे पानी के फैलाव और गंदगी के विषय में समाचारों से सूचना मिली थी। लगभग वही स्थिति अस्पताल में मौजूद थी। सभी वार्डो में गंदगी फैली हुई थी। यह जानकारी मिली कि सफाई और सुरक्षा के ठेके का टेंडर तो हो चुका है, लेकिन चयनित ठेकेदार को काम का आबंटन ही नहीं हुआ है जिसके कारण पूरे अस्पताल में गंदगी पसरा हुआ है। निरिक्षण के दौरान आपातकालीन कक्ष में यह पाया गया कि स्कूली वैन में दुर्घटनाग्रस्त कई कई बच्चों का इलाज एक ही बेड पर रखकर किया जा रहा था। 

दल ने आपातकालीन विभाग के प्रभारी से इस व्यवस्था को सुधारने का आग्रह किया। अस्पताल परिसर में नवनिर्मित दवा वितरण कक्षा में भारी भीड के कारण अवव्यवस्था का आलम था। कम काउंटर होने और ओ0पी0डी0 और आई0पी0डी0 के लिये एक ही जगह पर दवा वितरण की व्यवस्था कर देने से दवा वितरण कक्ष में भारी भीड मौजूद थी। इन बातों का मुआयना करने के बाद दल की ओर से डॉ0 अजय तिर्की और जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने अस्पताल अधिक्षक डॉ आर्या से टेलीफोन पर चर्चा की गई। परीक्षा में होने के कारण वे अस्पताल में मौजूद नहीं थे। दल ने अधिक्षक से अनुरोध किया कि सफाई का ठेका प्राप्त किये व्यक्ति को अस्पताल के सफाई का कार्य सौंपा जाये। उनसे अनुरोध किया गया कि दवा वितरण कक्ष में ओ0पी0डी0 और आई0पी0डी0 के लिये अलग-अलग व्यवस्था बनाने का अनुरोध किया है। 


अस्पताल अधीक्षक से दवा वितरण के लिये 2 अतिरिक्त काउंटर खोलने का भी अनुरोध किया गया है। अस्पताल में निजि सुरक्षा कर्मियों का ठेका होने के बावजूद सुरक्षा कर्मियों की तैनाती नहीं होने और अस्पताल के तीसरे द्वारा को खोले जाने पर भी अस्पताल अधिक्षक से जानकारी चाही गयी। मेडिकल कॉलेज के नियमानुसार अस्पताल में 2 द्वार का उपयोग होना चाहिये। लेकिन शासन बदलने के बाद अस्पताल के तीसरे द्वारा को भी खोल दिया गया है। इस दौरान विनय शर्मा, शैलेन्द्र सोनी, अनूप मेहता, शुभम जायसवाल आदि उपस्थित थे।

हमर लैब अब भी ठप

जांच के दौरान यह जानकारी मिली है कि करोडों के लागत से हाल ही मेें बना लैब अब भी रिजेंट केमिकल के अभाव में ठप है। कई महत्वपूर्ण जांच हो ही नहीं रहे हैं। इससे ओ0पी0डी0 के मरीजों को भारी असुविधा का सामना करना पड रहा है। यह जानकारी मिली कि रिजेंट केमिकल के अभाव में आई0पी0डी0 मरीजों के सैंपल को अस्पताल से बाहर एक ऐसे निजि पैथेलॉजी में भेजा जा रहा है जहां पैथोलॉजिस्ट चिकित्सक ही नहींहै। यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस निजि पैथोलॉजी को विभागीय प्रक्रियाओं का पालन कर सैंपल भेजा जा रहा है।

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