अम्बिकापुर // दिनांक 07 फरवरी 2024 (बुधवार) को विकासखंड अम्बिकापुर शिक्षा विभाग व अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन तथा ग्राम पंचयात के संयुक्त तत्वाधान में संकुल दरिमा व कोटेया जोन स्तरीय बाल मेला का आयोजन पूर्व माध्यमिक (कन्या) शाला दरिमा में किया गया। बाल मेला में अंबिकापुर के जिला मिशन समन्वयक रविशंकर तिवारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी गोपाल कृष्ण दुबे, बीआरसी संजीव भारती सहित 8 संकुल शैक्षणिक समन्वयक के साथ 65 शिक्षक, 15 प्रधान पाठक व 690+ बच्चे सहित 120+ अभिभावक व ग्रामीण शामिल हुए।
इस बाल मेला का मुख्य उदेश्य छात्र-छात्राओं को अनुभावात्मक शिक्षण से जोड़ना रहा। बाल मेले में विभिन्न कॉर्नर द्वारा बच्चे स्वयं कर के अनुभव के साथ अपना ज्ञान वर्धन करते दिखे।
जिला मिशन समन्वयक रविशंकर तिवारी ने मेला का आवलोकन कर बताया कि यह बाल मेला सभी के लिए अहम व यादगार रहने वाला शिक्षणिक उत्सव हैं यह छात्रों के लिए कई तरह से फायदेमंद है जैसे आत्मविश्वास विकसित करता है, टीम वर्क को बढ़ावा देना, रचनात्मकता को प्रोत्साहित करता है, स्कूल की मनोवृत्ति को बढ़ाता है, कुल मिलाकर यह बाल मेला छात्रों के लिए एक मजेदार और शैक्षिक अनुभव प्रदान किया, जिससे उन्हें कई प्रकार के कौशल और दक्षताओं को विकसित करने में मदद मिला जो उन्हें अपने व्यक्तिगत और शैक्षणिक जीवन में लाभान्वित करेगी। बच्चों के शैक्षणिक उत्थान और समृद्धि को बढ़ाने के लिए, हम खुशी से घोषित करते हैं कि हमने शैक्षणिक बाल मेला का आयोजन किया है। यह मेला पूर्ण रूप से कक्षा आधारित शैक्षणिक गतिविधियों पर आधारित था, जो गणित, भाषा, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, और कला में सहायता प्रदान करता है।
अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन के सुजीत कुमार ने बताया कि यह मेला बच्चों को उनकी शैक्षणिक प्रक्रिया को समृद्ध करने, उनकी सोचने की क्षमता को विकसित करने, और उनकी सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करने का एक मंच प्रदान करता है। इस उत्सव में, छात्रों ने गणितमय खेल, भाषा कौशल, विज्ञानिक प्रयोग, सामाजिक विज्ञान के प्रदर्शन, और रंगमंच प्रस्तुतियों में भाग लिया।
फाउंडेशन सदस्य पुष्कर ने बताया कि मेले में विभिन्न कक्षाओं के बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके सबको प्रेरित किया। यहां पर शिक्षकों और अभिभावकों के बीच भी एक विचार-विमर्श का मंच बना।
राघवेंद्र तिवारी, संकुल शैक्षणिक समन्वयक दरिमा बताते है कि बच्चे अपने शैक्षणिक पाठ्यक्रम को मनोरंजन तरीके से जुड़ कर ज्ञान के साथ-साथ अनुभव प्राप्त करते हैं। जो इनको पठन-पठान मे रुचि लाने तथा सीखने के प्रतिफल में निश्चित ही सूक्ष्म सुधार लाएगा। मनीलाल सिंह संकुल शैक्षणिक समन्वयक कोटेया ने बताया कि मेले में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, खेल, और शिक्षात्मक गतिविधियों का आयोजन हुआ, साथ ही छात्रों को उनकी रूचि के क्षेत्र में विशेषज्ञ शिक्षक के साथ हैंड्स ऑन एक्टिविटी कर के देखने का भी अवसर मिला।
शिक्षकों ने इस बाल मेला को रुचिकर बनाने तथा विषयवार/थीम कोनो में गतिविधियों को कराने में अहम योगदान व सहभागिता रहा – पुष्प राज जसवाल, लता सोनपाकर, मनोज माईकल, क्रिस्टीना कुजूर, विनीता, नरेंद्र कुमार भारती, धनसाय राठीया, मुक्ति मलिना, फिलिशता बाई, जय लक्ष्मी एक्का, सुमन पूरी तथा फ़ाउंडेशन के सदस्य राजेश, सागरिका, पुष्कर व सुजीत ने भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाया।
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