📰 समाचार रिपोर्ट |
📅 अंबिकापुर,
📍 संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय | सरगुजा-अंबिकापुर, छत्तीसगढ़
🎓 अकादमिक, शोध और भौतिक विकास को सुदृढ़ करने पर जोर
संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में आज आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई।
बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. राजेंद्र लाकपाले ने की।
इस दौरान अकादमिक, शोध एवं भौतिक विकास को सुदृढ़ करने के लिए कई महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक निर्णय लिए गए।
📑 NAAC ग्रेडिंग और UGC मान्यता की दिशा में कदम
- NAAC CYCLE-II ग्रेडिंग और UGC 12(B) मान्यता प्राप्त करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए।
- कुलपति ने कहा कि निर्धारित प्रपत्रों में सभी सूचनाएं शीघ्र तैयार कर संबंधित संस्थाओं को भेजी जाएं, ताकि विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मान्यता प्रणाली में बेहतर स्थान मिल सके।
🌾 जनजातीय गौरव वर्ष में बिरसा मुंडा शिक्षा एवं शोध केंद्र की स्थापना
- भगवान बिरसा मुंडा शिक्षा एवं शोध केंद्र स्थापित करने हेतु भारत सरकार को परियोजना प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए।
- यह केंद्र जनजातीय समुदायों के अध्ययन, संस्कृति और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण शोध मंच बनेगा।
📊 NIRF रैंकिंग में सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए समिति गठित
- भारत सरकार की NIRF रैंकिंग में विश्वविद्यालय की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु एक समिति गठित की गई।
- समिति को आवश्यक डेटा तैयार कर निर्धारित समयसीमा में पोर्टल पर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
🎓 गरीब एवं कमजोर विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क शिक्षा और कोचिंग सेंटर
- सरगुजा जैसे वनांचल क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क शिक्षा एवं कोचिंग सेंटर प्रारंभ करने का प्रस्ताव रखा गया।
- कुलपति ने शिक्षकों से अपील की कि वे स्वयं भी निशुल्क कोचिंग प्रदान कर छात्रों को उच्च शिक्षा के अवसरों से जोड़ें।
📚 शोध कार्य में गुणवत्ता और एकरूपता सुनिश्चित करने के निर्देश
- सभी शोध प्रबंधों के लिए एक समेकित प्रारूप तैयार करने के निर्देश दिए गए।
- अनुमोदन के बाद इसी प्रारूप में सभी शोधार्थी अपनी थीसिस जमा करेंगे।
🏅 युवा वैज्ञानिक सम्मेलन की सफलता पर सम्मान
- हाल ही में आयोजित 20वें छत्तीसगढ़ युवा वैज्ञानिक सम्मेलन की सफलता पर शिक्षकों एवं प्रशासनिक अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र और बैग देकर सम्मानित किया गया।
- कुलपति ने कहा कि भविष्य में भी ऐसे गरिमामय आयोजन निरंतर आयोजित किए जाएंगे।
📍 यह बैठक विश्वविद्यालय की गुणवत्ता, शोध और जनजातीय समाज के उत्थान की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हुई।