सीतापुर, सरगुजा | धर्मांतरण के आरोपों के बीच पुलिस ने कार्यक्रम बंद कराया, जांच जारी सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र में सोमवार रात उरांवपारा में आयोजित एक ईसाई धर्म सभा को लेकर विवाद खड़ा हो गया। धर्मांतरण के आरोपों के चलते पुलिस ने सभा को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया और पास्टर सहित छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
📌 क्या है मामला
- आरोप है कि सभा में बीमारी ठीक करने के बहाने लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था।
- कार्यक्रम में अन्य जिलों से आए पास्टर द्वारा प्रवचन दिया जा रहा था, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।
- हिंदू संगठनों ने मौके पर पहुंचकर विरोध दर्ज किया और पुलिस को लिखित शिकायत सौंपी।
👥 थाने के बाहर जुटे संगठन पदाधिकारी
घटना के बाद सीतापुर थाने के सामने हिंदू संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्रित हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीब और अशिक्षित परिवारों को धार्मिक लालच देकर मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण की कोशिश की जा रही है।
संगठन पदाधिकारियों का कहना है कि “बीमारी ठीक करने” का झांसा देकर ग्रामीणों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, जो कानूनन अपराध है।
🕵️♂️ पुलिस जांच जारी
- पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोमवार देर शाम सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची टीम ने सभा को रोका और पास्टर व उसके छह साथियों को हिरासत में लिया।
- पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और यदि धर्मांतरण के प्रमाण मिलते हैं तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
⚠️ क्षेत्रीय संवेदनशीलता और सामाजिक दृष्टिकोण
सीतापुर विधानसभा क्षेत्र को आर्थिक रूप से पिछड़ा माना जाता है, जहां धर्मांतरण से जुड़े विवाद अक्सर सामने आते रहते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि गरीबी और अशिक्षा के कारण लोग बहकावे में आ जाते हैं, जिसका कुछ संगठनों द्वारा दुरुपयोग किया जाता है।
📍 यह मामला न केवल कानून व्यवस्था से जुड़ा है, बल्कि सामाजिक और सांप्रदायिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत संवेदनशील है। पुलिस की जांच रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि धर्म सभा वास्तव में धार्मिक आयोजन थी या इसके पीछे धर्मांतरण की मंशा छिपी थी।
