अम्बिकापुर — सरगुजा पुलिस ने आज शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक विशेष साइबर जागरूकता एवं विधिक साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें छात्राओं को डिजिटल युग में बढ़ते साइबर अपराधों, यातायात नियमों, महिला सुरक्षा और नवीन कानूनों की जानकारी देकर उन्हें सजग और सशक्त बनाने का प्रयास किया गया।
यह कार्यक्रम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा श्री राजेश कुमार अग्रवाल (भा.पु.से.) के दिशा-निर्देशन में आयोजित किया गया। उनके निर्देशानुसार पुलिस टीम, साइबर वालेंटियर और पुलिस मितान के सदस्यों ने स्कूल-कॉलेजों में जाकर छात्राओं के बीच जागरूकता फैलाने की पहल की है। इसी क्रम में आज संयुक्त पुलिस टीम ने विद्यालय में पहुंचकर छात्राओं को उनके विधिक अधिकारों, साइबर सुरक्षा उपायों, नवीन दंड संहिता और महिला सुरक्षा से संबंधित अपराधों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ और उद्देश्य
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्राचार्य श्री आर.एल. मिश्रा ने दीप प्रज्वलन के साथ की। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम छात्राओं के व्यक्तित्व निर्माण के लिए अत्यंत आवश्यक हैं, क्योंकि वर्तमान समय में सड़क सुरक्षा और साइबर सुरक्षा दोनों ही विषय सीधे उनके जीवन से जुड़े हुए हैं।
सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों पर विशेष सत्र
उप निरीक्षक अभय तिवारी ने छात्राओं को यातायात नियमों के पालन की आवश्यकता, सड़क सुरक्षा, हेलमेट और सीट बेल्ट के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा — "सड़क सुरक्षा केवल कानून का पालन भर नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन की सुरक्षा की गारंटी है।" उन्होंने अनुशासनपूर्वक वाहन संचालन और यातायात नियमों के पालन को जीवन रक्षा का मूल मंत्र बताया।
साइबर अपराध और डिजिटल सुरक्षा पर मार्गदर्शन
साइबर सेल के साइबर एक्सपर्ट अनुज जायसवाल ने इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग पर छात्राओं को प्रशिक्षित किया। उन्होंने ऑनलाइन धोखाधड़ी, ओटीपी साझा करने के खतरे, डिजिटल फ्रॉड्स और सोशल मीडिया पर सतर्कता जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 और राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल के महत्व को समझाते हुए छात्राओं को सजग और सतर्क रहने का संदेश दिया।
नैतिक मूल्यों और समाजसेवा पर प्रेरणा
एन.एस.एस. प्रभारी श्री राकेश राय ने स्वामी विवेकानंद के विचारों को उदाहरणस्वरूप प्रस्तुत करते हुए छात्राओं को समाजसेवा, आत्मनिर्भरता और नैतिक मूल्यों को जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में श्री अजय सिंह और अन्य विशेषज्ञों ने भी छात्राओं को संबोधित किया और जागरूकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
महिला सुरक्षा और हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी
महिला थाना पुलिस स्टाफ ने छात्राओं को महिला सुरक्षा से संबंधित कानूनों और आपातकालीन सहायता उपलब्ध कराने वाले हेल्पलाइन नंबरों — 1930, 1098, 181, 112 — से अवगत कराया। छात्राओं को बताया गया कि इन नंबरों का उपयोग संकट की स्थिति में तुरंत मदद पाने के लिए किया जा सकता है।
कार्यक्रम का समापन और उपस्थिति
कार्यक्रम का समापन सभी छात्राओं को जागरूकता की शपथ दिलाकर किया गया, जिसमें उन्होंने साइबर सुरक्षा, यातायात नियमों और महिला सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर साइबर सेल प्रभारी सहायक उप निरीक्षक अजीत मिश्रा, विद्यालय की शिक्षिका सुनीता दास, पुलिस मितान एवं साइबर वालेंटियर टीम के सदस्य — अतुल गुप्ता, श्रुति तिवारी, बसंत श्रीवास्तव और अनमोल बाड़ी — सहित बड़ी संख्या में छात्राएं और शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

