📰 समाचार रिपोर्ट |
📅 अंबिकापुर,
📍 ग्राम पीढ़ा, जिला सूरजपुर
⚠️ समय पर इलाज नहीं मिला, डॉक्टरों की लापरवाही ने छीन ली गर्भवती महिला की जान
सूरजपुर जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से ग्राम पीढ़ा निवासी गर्भवती महिला की मौत हो गई।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि महिला की मौत अस्पताल में ही हो गई थी, लेकिन डॉक्टरों ने अपनी गलती छुपाने के लिए उसे मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रेफर कर दिया।
अंबिकापुर पहुंचते ही डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया।
💰 एम्बुलेंस स्टाफ पर रिश्वत लेने का आरोप
- परिजनों ने बताया कि 108 एम्बुलेंस स्टाफ ने ₹800 की रिश्वत ली, तब जाकर भोर 5 बजे महिला को मेडिकल कॉलेज छोड़ा गया।
- यह घटना स्वास्थ्य व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर करती है।
🕒 रात 11 बजे अस्पताल पहुंचे थे परिजन, इलाज में हुई देरी
- गर्भवती महिला को रात 11 बजे सूरजपुर जिला अस्पताल लाया गया था।
- परिजनों का कहना है कि समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण महिला की हालत बिगड़ती गई और अंततः उसकी मौत हो गई।
🗣️ परिजनों और मितानिन की प्रतिक्रिया
सुगंती राजवाड़े, मितानिन:
“महिला की हालत गंभीर थी, लेकिन डॉक्टरों ने समय पर इलाज नहीं किया।”
गोपाल राजवाड़े, मृतिका का भाई:
“हमने उम्मीद के साथ अस्पताल का रुख किया था, लेकिन वहां से हमारी दुनिया उजड़ गई।”
शोभनाथ, मृतिका के ससुर:
“यह लापरवाही नहीं, हत्या है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
📍 यह मामला स्वास्थ्य सेवाओं में जवाबदेही की कमी और गरीबों के साथ हो रहे व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। परिजनों ने प्रशासन से न्याय की मांग की है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की अपील की है।
