जशपुर / राज्य में युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए स्किल डेवलपमेंट के कई नवीनतम कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। जशपुर के नवगुरूकुल शिक्षण संस्थान में युवतियों को बिज़नेस एवं टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। यहां आने वाली छात्राओं को हॉस्टल, भोजन और लैपटॉप जैसी सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियाँ भी आत्मनिर्भर बन सकें।
सफलता की कहानियाँ
-
कुनकुरी की नेहा खाखा – 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद फाइनेंस स्किल प्रोग्राम जॉइन किया और अब एसोसिएट टीचर के रूप में कार्यरत हैं। उन्हें प्रतिमाह 15 हजार रुपए का वेतन मिल रहा है। नेहा का कहना है – “नवगुरूकुल ने मेरी जिंदगी की दिशा बदल दी। आज मैं आत्मनिर्भर हूँ और अन्य छात्राओं को भी पढ़ा रही हूँ।”
-
पत्थलगाँव की वृंदावती यादव – प्रोग्रामिंग स्कूल से 15 माह का कोर्स पूरा करने के बाद आज पार्ट-टाइम इंटर के रूप में कार्यरत हैं और हर माह 13 हजार रुपए कमा रही हैं। वे बताती हैं कि “अब मैं पढ़ाई के साथ काम कर रही हूँ और खुद को तकनीकी रूप से सक्षम महसूस करती हूँ।”
-
बगीचा की उषा यादव – बचपन से डिजाइनिंग का शौक रखने वाली उषा ने निःशुल्क ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स किया। अब वे बिजनेस की पढ़ाई कर रही हैं और भविष्य में अपना स्टार्टअप शुरू करने का सपना देख रही हैं।
👉 यह पहल न केवल बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है, बल्कि उन्हें तकनीकी ज्ञान देकर आत्मनिर्भर भविष्य की ओर अग्रसर कर रही है।