नई दिल्ली/अंबिकापुर, 17 जुलाई 2025।
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर नगर निगम ने स्वच्छता के क्षेत्र में एक बार फिर देशभर में अपनी विशेष पहचान बनाई है। भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में नगर निगम अंबिकापुर ने 50 हजार से 3 लाख की जनसंख्या वर्ग में ‘सुपर स्वच्छ लीग अवॉर्ड’ में देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिए विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में देश की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने नगर निगम अंबिकापुर को सम्मानित किया। इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने केंद्रीय राज्यमंत्री श्री तोखन साहू, छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अरुण साव, अंबिकापुर की महापौर श्रीमती मंजूषा भगत और नगर निगम आयुक्त श्री डीएन कश्यप।
सम्मान समारोह में नगर निगम की पूरी टीम शामिल
सम्मान समारोह के इस ऐतिहासिक अवसर पर सभापति हरमिंदर सिंह टिन्नी, एमआईसी सदस्य श्वेता गुप्ता, कार्यपालन अभियंता संतोष रवि, एसबीएम नोडल अधिकारी रितेश सैनी, मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक अवधेश पांडेय, सहायक अभियंता दुष्यंत बजाज और प्रशांत खुल्लर समेत स्वच्छता अभियान में अहम भूमिका निभाने वाली स्वच्छता दीदी शशिकला सिन्हा और ज्ञानलता कुजूर की उपस्थिति रही।
क्या है सुपर स्वच्छ लीग?
भारत सरकार द्वारा शुरू की गई "सुपर स्वच्छ लीग" उन शहरों के लिए एक विशेष प्रतिस्पर्धा है जो स्वच्छता के क्षेत्र में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं। इसमें शहरों का मूल्यांकन स्वच्छता मानकों, ठोस कचरा प्रबंधन, नागरिकों की भागीदारी, प्लास्टिक अपशिष्ट नियंत्रण, सतत सफाई व्यवस्थाओं और पर्यावरणीय संरक्षण के आधार पर किया जाता है। इस लीग का उद्देश्य श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शहरों को पहचान और प्रोत्साहन देना है।
अंबिकापुर की सतत सफलता: पुनः 5-स्टार का गौरव
स्वच्छता के इस राष्ट्रीय फलक पर अंबिकापुर की चमक लगातार बनी हुई है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में अंबिकापुर को फिर से "गार्बेज फ्री सिटी" के तहत 5-स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है। यह प्रमाणित करता है कि अंबिकापुर में न केवल सफाई व्यवस्था मजबूत है, बल्कि ठोस कचरा प्रबंधन से लेकर नागरिकों की सहभागिता तक हर स्तर पर निरंतर सुधार हुआ है।
मुख्यमंत्री और मंत्रीमंडल ने दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा,
“अंबिकापुर ने छत्तीसगढ़ का गौरव पूरे देश में बढ़ाया है। यह सफलता न केवल नगर निगम की कार्यकुशलता का परिणाम है, बल्कि आम नागरिकों की सहभागिता और स्वच्छता कर्मियों की अथक मेहनत का भी सुफल है।”
उप मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अरुण साव ने नगर निगम की पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि
“अंबिकापुर का यह मॉडल छत्तीसगढ़ के अन्य नगर निकायों के लिए भी प्रेरणा बनेगा। राज्य सरकार अन्य शहरों में भी इसी तर्ज पर कार्य करने हेतु प्रतिबद्ध है।”
महापौर और कलेक्टर ने जताया गर्व
महापौर श्रीमती मंजूषा भगत ने इस सफलता को अंबिकापुर की जनता, नगर निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों और स्वच्छता टीम की सामूहिक मेहनत का परिणाम बताया।
कलेक्टर श्री विलास भोसकर संदीपान ने नगर निगम को बधाई देते हुए कहा कि
“यह सम्मान सामूहिक प्रयासों और नागरिकों की जागरूकता का नतीजा है। अम्बिकापुर की यह उपलब्धि प्रदेश के लिए एक आदर्श बन चुकी है।”
आयुक्त कश्यप का विजन: नवाचार और जनसहभागिता
नगर निगम आयुक्त डीएन कश्यप ने कहा कि अंबिकापुर में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की आधुनिक व्यवस्था, प्लास्टिक प्रतिबंध, स्वच्छता जागरूकता अभियान, और पर्यावरण संरक्षण पर लगातार ध्यान दिया गया है। यह संयोजन ही अंबिकापुर को देशभर में श्रेष्ठ बना रहा है। उन्होंने कहा कि आगे भी नगर निगम इसी जोश और जनभागीदारी से काम करता रहेगा।
स्वच्छता की दिशा में राष्ट्रीय प्रेरणा बना अंबिकापुर
अंबिकापुर की यह उपलब्धि अब पूरे देश में स्वच्छता, शहरी विकास और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में "मॉडल सिटी" के रूप में देखी जा रही है। यहां की कार्य योजना, नागरिक सहभागिता, नवाचार और प्रबंधन व्यवस्था देशभर के शहरी निकायों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत करती है।
सुपर स्वच्छ लीग में बने रहने के लिए अगले सर्वेक्षण में भी नगर निकायों को 85% से अधिक स्कोर लाना जरूरी होगा और टॉप-20 शहरों में जगह बनाए रखनी होगी। अंबिकापुर का निरंतर प्रदर्शन यह संकेत देता है कि आने वाले वर्षों में भी इसकी चमक बरकरार रहेगी।
अंबिकापुर ने साबित कर दिया है कि जब संकल्प, जनभागीदारी और प्रतिबद्धता हो तो कोई भी शहर स्वच्छता के राष्ट्रीय पटल पर अपनी चमक बिखेर सकता है।