कलेक्टर का सख्त निरीक्षण: स्कूलों व छात्रावासों में व्यवस्था सुधार को दिए कड़े निर्देश, सचिव निलंबित, BEO को नोटिस

अम्बिकापुर, 17 जुलाई 2025:

सरगुजा जिले में शिक्षा और छात्रावासों की व्यवस्थाओं में सुधार को लेकर कलेक्टर श्री विलास भोसकर का निरीक्षण अभियान तेज हो गया है। शुक्रवार को कलेक्टर ने सीतापुर एवं मैनपाट ब्लॉक के दुर्गम ग्राम पंचायत कुदारीडीह स्थित जंगल पारा के शासकीय प्राथमिक शाला, साथ ही मैनपाट और सीतापुर के विभिन्न छात्रावासों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अनियमितताएं और अव्यवस्था मिलने पर कलेक्टर ने कड़ी नाराजगी जताई और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।

जंगल पारा स्कूल की बदहाल स्थिति पर बड़ा एक्शन

कलेक्टर श्री भोसकर जब जंगल पारा स्थित शासकीय प्राथमिक शाला पहुंचे तो भवन की जर्जर स्थिति देखकर वे नाराज हो उठे। स्कूल भवन की खस्ता हालत और जिम्मेदारों की लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने ग्राम पंचायत कुदारीडीह के सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया। साथ ही मैनपाट विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) को कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा।
कलेक्टर ने जनपद पंचायत सीईओ और ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के एसडीओ को निर्देशित किया कि स्कूल भवन के तीन कमरों और शौचालय का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ कराया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्माण कार्य सरपंच और ग्रामीणों की निगरानी में होगा ताकि गुणवत्तापूर्ण कार्य हो और बच्चों को जल्द बेहतर अध्ययन वातावरण मिले।

BEO को सौंपी गई विशेष जिम्मेदारी

कलेक्टर ने मैनपाट बीईओ को जिले में संचालित सभी भवन विहीन एवं मरम्मत योग्य स्कूलों की सूची शीघ्र तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक ढांचे को सशक्त बनाना प्राथमिकता है और इसमें कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


छात्रावासों में सुरक्षा, भोजन और शिक्षा व्यवस्था की जांच

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने सीतापुर ब्लॉक के आदर्श राजीव गांधी बालिका आश्रम सोनतराई, पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास सीतापुर, आदर्श पहाड़ी कोरवा बालक आश्रम बिजलहवा मैनपाट एवं पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास नर्मदापुर का भी गहन निरीक्षण किया।
उन्होंने छात्रावासों की सुरक्षा व्यवस्था, बिजली, पानी, भोजन, स्वच्छता, स्टॉक पंजी, किचन, शयनकक्ष, शौचालय आदि सभी व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया। भोजन की गुणवत्ता का स्वयं टेस्ट कर उन्होंने बच्चों को मिलने वाले पोषण स्तर का आकलन किया। साथ ही परिसर में साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ रखने के सख्त निर्देश दिए।

छात्रावासों में कंप्यूटर के उपयोग पर दिया जोर

कलेक्टर ने छात्रावासों में उपलब्ध कंप्यूटरों का निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि इनका प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करें। शिक्षा में तकनीक के समावेश को उन्होंने आवश्यक बताया।

वैकल्पिक भवन और मरम्मत के निर्देश

सीतापुर स्थित पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास में भवन की कमी को देखते हुए कलेक्टर ने वैकल्पिक भवन की तलाश करने को कहा ताकि बच्चों को अध्ययन में कोई बाधा न हो। साथ ही शौचालय निर्माण एवं पुराने जर्जर भवनों की शीघ्र मरम्मत के निर्देश भी दिए।

छात्रों से संवाद कर समस्याओं का लिया फीडबैक

कलेक्टर श्री भोसकर ने छात्रावास निरीक्षण के दौरान बच्चों से सीधा संवाद किया, उनकी पढ़ाई, रहन-सहन, भोजन व अन्य सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने छात्रों को आश्वस्त किया कि उनकी सभी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा।

उच्च अधिकारियों की मौजूदगी

निरीक्षण में जिला पंचायत सीईओ श्री विनय कुमार अग्रवाल, एसडीएम श्री नीरज कौशिक, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त श्री ललित शुक्ला, तहसीलदार, जनपद सीईओ समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

शिक्षा व्यवस्था में सुधार का संकल्प

कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि जिले में शिक्षा और छात्रावासों की गुणवत्ता सुधारने के लिए लगातार निरीक्षण और कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा का बेहतर वातावरण देना शासन की प्राथमिकता है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।

इस निरीक्षण से यह संदेश स्पष्ट है कि अब शिक्षा और छात्रावास व्यवस्थाओं में सुधार को लेकर जिले में प्रशासन पूरी तरह सख्त हो चुका है।

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