अंबिकापुर, महिंद्रा पावरोल अधिकृत जीओईएम शारदा डीजल प्राइवेट लिमिटेड ने आज छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में अपना सीपीसीबी 4 + डीजल जेनसेट लॉन्च किया। आज उत्पाद प्रदर्शन में उपलब्ध है। CPCB 4 + जेनसेट 10kVA से 320kVA तक शारदा डीजल प्लांट, रांची, झारखंड में बनाया जाता है।
इसके अनुसंधान एवं विकास केंद्र, महिंद्रा रिसर्च वैली, चेन्नई में इन इंजनों की डिजाइन और निर्माण करता है, जो पुणे और नागपुर में निर्मित होते हैं। यह नवीनतम रेंज महिंद्रा पावरोल संयोजन CPCB 4 + (10VA-320kVA) है, जो पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नवीनतम उत्सर्जन मानदंडों को पूरा करता है। ये जेनसेट तकनीकी रूप से विकसित सीआरडीआई इंजन हैं।
उन्नत कॉमन रेल डीजल इंजन (सीआरडीई) तकनीक से संचालित आरडीआई इंजन बेहतर हैं। सीआरडीई तकनीक, जो ईंधन दक्षता और भारी शुल्क प्रदर्शन के लिए प्रसिद्ध है, भविष्य के लिए तैयार है। यह मानक उत्सर्जन सीमा से बाहर निकलता है, जिससे प्रदूषण काफी कम होता है।
CPCB 4 + मानदंडों का लक्ष्य है कि 90% तक नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx), पार्टिकुलेट मैटर (PM) और हाइड्रोकार्बन (HC) के उत्सर्जन को कम करना होगा। यह उन्नत प्रौद्योगिकी, पर्यावरणीय और स्वच्छ है, स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, ईंधन कुशल है और खरीदारों को पैसे बचाता है।
CPCB 4 + डीजल जनरेटर में प्रवेश आज के लॉन्च का संकेत है। 10kVA–320kVA डीजी की पूरी तरह से नई रेंज, नवीनतम तकनीक के साथ, महिंद्रा का निरंतर प्रयास है कि उपभोक्ताओं को उन्नत और सुलभ तकनीकों की पेशकश करे। यह भविष्य की तकनीक कम परिचालन लागत पर उच्च प्रदर्शन और कम उत्सर्जन के साथ ग्राहक केंद्रितता का मानक बनाएगी।
महिंद्रा पावरोल डीजी सेट भारत का सबसे बड़ा सेवा नेटवर्क द्वारा समर्थित हैं। ग्राहक को तत्काल सहायता देने के लिए नेटवर्क अत्यधिक सुसज्जित है। विशेषज्ञों की टीम ग्राहक को सबसे अच्छा और सस्ता समाधान चुनने में मदद कर सकती है