धान खरीदी व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने हेतु प्रभारियों एवं ऑपरेटरों का प्रशिक्षण सम्पन्न, कलेक्टर ने दिए सख्त निर्देश

धान खरीदी व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने हेतु प्रभारियों एवं ऑपरेटरों का प्रशिक्षण सम्पन्न, कलेक्टर ने दिए सख्त निर्देश

 

📰 समाचार रिपोर्ट | 
📅 अंबिकापुर, 
📍 जिला कलेक्ट्रेट सभा-कक्ष (कम्पोजिट बिल्डिंग) | सरगुजा, छत्तीसगढ़


🌾 धान उपार्जन प्रक्रिया की पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करने प्रशासन सक्रिय, एस्मा के तहत कार्रवाई की चेतावनी

खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए सरगुजा जिले में धान खरीदी प्रक्रिया को सुनियोजित और पारदर्शी रूप से संचालित करने हेतु धान उपार्जन केन्द्रों के प्रभारियों एवं कम्प्यूटर ऑपरेटरों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
कलेक्टर श्री विलास भोसकर के मार्गदर्शन में आयोजित इस प्रशिक्षण में राजस्व, खाद्य, सहकारिता विभाग एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अधिकारी उपस्थित रहे।



📊 धान खरीदी की स्थिति और तकनीकी दिशा-निर्देश

  • जिले के 54 धान उपार्जन केन्द्रों में 55,937 पंजीकृत किसानों से 15 नवम्बर से 31 जनवरी 2026 तक धान खरीदी की जाएगी।
  • टोकन तुहर ऐप, एग्रीस्टेक प्रणाली और किसान पंजीयन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई।
  • सभी आदेश और दिशा-निर्देश समय पर केन्द्रों तक पहुंचाने पर विशेष जोर दिया गया।

👥 प्रत्येक केन्द्र में कोटवार और पटवारी की अनिवार्य ड्यूटी

  • प्रत्येक उपार्जन केन्द्र में एक कोटवार और एक पटवारी की ड्यूटी अनिवार्य रूप से लगाने के निर्देश दिए गए।
  • प्रभारी और ऑपरेटरों को इनसे समन्वय में कार्य करने को कहा गया, ताकि खरीदी प्रक्रिया में कोई बाधा न आए

⚠️ लापरवाही पर एस्मा के तहत कार्रवाई की चेतावनी

  • कलेक्टर श्री भोसकर ने स्पष्ट किया कि कर्तव्य में लापरवाही पाए जाने पर “एस्मा” के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
  • राजस्व अधिकारियों को अपने क्षेत्रों में नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए।

अनुपस्थित समिति प्रबंधकों पर कार्रवाई

  • लखनपुर और सीतापुर की आदिम जाति सेवा सहकारी समितियों के प्रबंधकों को सेवा से पृथक किया गया।
  • अनुपस्थित अन्य समिति प्रबंधकों को भी तत्काल सेवा से बर्खास्त करने के निर्देश उपायुक्त, सहकारी संस्थाओं को दिए गए।

🤝 समन्वय से कार्य करने के निर्देश

  • जिला प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए हैं, ताकि धान खरीदी कार्य में किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो

📍 यह प्रशिक्षण और निर्देशात्मक पहल धान उपार्जन प्रक्रिया को पारदर्शी, समयबद्ध और किसान हितैषी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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