'योगदान सेवा समिति' ने गंगापुर मुक्तिधाम के जीर्णोद्धार का उठाया बीड़ा, श्रमदान से शुरू हुआ कायाकल्प अभियान

'योगदान सेवा समिति' ने गंगापुर मुक्तिधाम के जीर्णोद्धार का उठाया बीड़ा, श्रमदान से शुरू हुआ कायाकल्प अभियान

 

📰 समाचार रिपोर्ट | 
📅 अंबिकापुर, 
📍 गंगापुर मुक्तिधाम, जिला सरगुजा


🌿 सेवाभावी युवाओं की पहल, अंतिम संस्कार स्थल को मिलेगा नया स्वरूप

अंबिकापुर शहर के सेवाभावी युवाओं की संस्था 'योगदान सेवा समिति' ने गंगापुर स्थित मुक्तिधाम के जीर्णोद्धार और कायाकल्प का संकल्प लिया है।
रविवार सुबह 8:30 बजे, समिति के सदस्यों ने मुक्तिधाम परिसर में श्रमदान कर वृहद स्वच्छता अभियान की शुरुआत की।
इस अभियान का उद्देश्य मुक्तिधाम को सुविधायुक्त, स्वच्छ और सम्मानजनक अंतिम संस्कार स्थल बनाना है।         


🏗️ सुविधाओं की कमी को जनसहयोग से दूर करने का लक्ष्य

  • समिति के संयोजक प्रशांत सिंह चीकू ने बताया कि गंगापुर मुक्तिधाम में बाबूपारा, दर्रीपारा, गंगापुर, नमनाकला, सत्तीपारा, शीतला वार्ड सहित करीब 10 वार्डों के लोग अंतिम संस्कार के लिए आते हैं।
  • यहां पेयजल, शेड, लकड़ी की उपलब्धता, शव वाहन, अस्थि कलश रखने की व्यवस्था जैसी आवश्यक सुविधाओं का अभाव है।
  • समिति ने जनसहयोग से इन सुविधाओं को विकसित करने का संकल्प लिया है।






🌱 श्रमदान से अभियान की शुरुआत, पौधारोपण और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा

  • समिति के सदस्यों ने पूरे परिसर की सफाई की और बेल के पौधे लगाए।
  • भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करते हुए निर्णय लिया गया कि दिवंगतों की स्मृति को अक्षुण्ण बनाए रखने हेतु छायादार, धार्मिक महत्व के वृक्ष, सजावटी और फूलों के पौधे लगाए जाएंगे।




👥 समर्पित सदस्य जुटे सेवा कार्य में

इस पुनीत कार्य में समिति के सक्रिय सदस्य
अतुल मेहता, आशीष वर्मा, प्रमोद चौधरी, चन्द्र प्रकाश सिंह मग्गु, दिनेश कुमार शर्मा, केदार यादव, तृप्तराज सिंह धंजल, विनायक शर्मा, अमित कुमार सिंह, निखिल विश्वकर्मा, आशीष शर्मा, शिव कुमार मिंज, तीरथ चौधरी, राज मारियो कुशवाहा, कनिष्क सिंह, शिया नारायण, धनकु सहित कई युवाओं ने श्रमदान किया।                                                                                      


🏛️ सार्वजनिक स्थलों के कायाकल्प की दिशा में आगे बढ़ेगी समिति

  • योगदान सेवा समिति ने भविष्य में अन्य सार्वजनिक लोक महत्व के स्थलों के सौंदर्यीकरण और पुनरुद्धार के लिए संगठित प्रयास करने की घोषणा की है।
  • यह पहल सामाजिक सहभागिता, सांस्कृतिक सम्मान और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक उदाहरण बन रही है।

📍 गंगापुर मुक्तिधाम में शुरू हुआ यह अभियान न केवल अंतिम संस्कार स्थल को गरिमा प्रदान करेगा, बल्कि समाज में सेवा, सहयोग और संवेदना की भावना को भी सशक्त करेगा।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने