अंबिकापुर में दुर्गा विसर्जन के दौरान दिलीप धर पर जानलेवा हमला, शहर में अपराध का सिलसिला जारी

अंबिकापुर में दुर्गा विसर्जन के दौरान दिलीप धर पर जानलेवा हमला, शहर में अपराध का सिलसिला जारी

 📰 समाचार रिपोर्ट | 

📅 अंबिकापुर,

📍 गांधीनगर थाना क्षेत्र, जिला सरगुजा


⚠️ धार्मिक आयोजन में हिंसा, 15–20 लोगों ने दिलीप धर पर किया हमला

सरगुजा जिले के गांधीनगर थाना क्षेत्र में दुर्गा विसर्जन के दौरान एक युवक पर जानलेवा हमला किए जाने की गंभीर घटना सामने आई है।
दिलीप धर नामक युवक पर करीब 15–20 लोगों ने बैट और चाकू से हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
यह घटना शहर में बढ़ते आपराधिक घटनाक्रम का हिस्सा है, जिसने कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।




🩺 स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया घायल, हालत गंभीर

  • घटना स्थल पर मौजूद स्थानीय नागरिकों ने घायल दिलीप धर को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुँचाया।
  • सिर, सीना, पीठ और हाथ में गहरी चोटें लगने के कारण टांके लगाने पड़े
  • अस्पताल सूत्रों के अनुसार घायल की हालत स्थिर है, लेकिन घाव गंभीर हैं।


🚨 दुर्गा विसर्जन जैसे आयोजन में पुलिस की गैरमौजूदगी पर उठे सवाल

  • दुर्गा विसर्जन जैसे धार्मिक और सार्वजनिक आयोजन में पुलिस की अनुपस्थिति को बड़ी प्रशासनिक चूक माना जा रहा है।
  • सुरक्षा व्यवस्था की कमी के कारण भीड़भाड़ वाले आयोजनों में हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं।
  • स्थानीय नागरिकों ने पुलिस प्रशासन से सख्त निगरानी और त्वरित कार्रवाई की मांग की है।


🕵️‍♂️ पुलिस जांच शुरू, आरोपी अब तक फरार

  • गांधीनगर थाना पुलिस ने मामले की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है।
  • हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है।
  • अब तक कोई आधिकारिक गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिससे स्थानीय लोगों में असंतोष है।


📉 शहर में बढ़ते अपराध से दहशत, प्रशासन पर नाराजगी

  • अंबिकापुर शहर में पिछले कुछ महीनों से चाकूबाजी, मारपीट और लूटपाट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं
  • दुर्गा विसर्जन जैसे सांस्कृतिक आयोजनों में हिंसा का होना सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित कर रहा है।
  • शहरवासी अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और प्रशासन से ठोस कदम उठाने की अपील कर रहे हैं।


📍 यह घटना न केवल धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा की अनदेखी को उजागर करती है, बल्कि शहर में बढ़ते अपराध पर नियंत्रण की आवश्यकता को भी रेखांकित करती है। अब देखना यह होगा कि पुलिस विभाग इस मामले में क्या ठोस कार्रवाई करता है और शहरवासियों को सुरक्षा का भरोसा कब तक मिल पाता है।

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