प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से आत्मनिर्भर बने मदन राम, बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन कर कमा रहे हैं लाखों

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से आत्मनिर्भर बने मदन राम, बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन कर कमा रहे हैं लाखों

 

📰 समाचार रिपोर्ट | 
📅 अंबिकापुर, 
📍 ग्राम कुल्हाड़ी | अंबिकापुर विकासखंड | जिला सरगुजा, छत्तीसगढ़


🐟 बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन, हर साल दो लाख रुपए का शुद्ध मुनाफा

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत ग्राम पंचायत कुल्हाड़ी निवासी श्री मदन राम ने 30 डिसमिल भूमि पर बायोफ्लॉक तकनीक से वैज्ञानिक तालाब निर्माण कर मछली पालन शुरू किया है।
इससे उन्हें हर वर्ष लगभग ₹2 लाख का शुद्ध मुनाफा हो रहा है और वे आत्मनिर्भर किसान के रूप में उभर रहे हैं।



⚙️ तालाब में आधुनिक सुविधाएँ, जल गुणवत्ता और तापमान पर विशेष ध्यान

  • तालाब में बायोफ्लॉक शीट, ऑक्सीजन मशीन, सबमर्सिबल पंप और जनरेटर जैसी आधुनिक सुविधाएँ लगाई गई हैं।
  • जल की गुणवत्ता और तापमान नियंत्रित रहने से मछलियों की वृद्धि तेज़ होती है।
  • तालाब पूरी तरह ढंका होने से पर्यावरणीय प्रभाव भी नियंत्रित रहता है।                                                                                      

💰 योजना के तहत मिली सब्सिडी, लागत में बड़ी राहत

  • तालाब निर्माण पर कुल लागत: ₹14 लाख
  • प्राप्त सब्सिडी: ₹8.40 लाख (60%)
  • योजना के तहत तकनीकी मार्गदर्शन भी मिला, जिससे प्रोजेक्ट सफल हुआ।                                                                               

🌱 खेती से सीमित आमदनी, अब मछली पालन से बढ़ा मुनाफा

  • पहले खेती से सीमित आमदनी होती थी।
  • अब मछली पालन से स्थायी और बेहतर आय हो रही है।
  • मछलियाँ अब खुद ही बीज तैयार कर रही हैं, जिससे लागत कम और उत्पादन अधिक हो गया है।                                           

🙏 प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रति आभार, योजना से मिला आत्मनिर्भरता का अवसर

  • श्री मदन राम ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त किया।
  • उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना ने उन्हें आत्मनिर्भर बनने का सुनहरा अवसर दिया है।                                         

📍 यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में कृषकों, युवाओं और स्व-सहायता समूहों के लिए आजीविका और आर्थिक सशक्तिकरण की नई राह खोल रही है। बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन कर किसान अब ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं 

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