श्याम घुनघुटा बांध में राज्य स्तरीय बाढ़ आपदा मॉक ड्रिल, बचाव तकनीकों का व्यापक प्रदर्शन

श्याम घुनघुटा बांध में राज्य स्तरीय बाढ़ आपदा मॉक ड्रिल, बचाव तकनीकों का व्यापक प्रदर्शन


📰 समाचार रिपोर्ट |
📅 अंबिकापुर, 
📍 श्याम घुनघुटा बांध, जिला सरगुजा


🚨 प्राकृतिक आपदा से निपटने की तैयारी, SDRF और जिला प्रशासन ने किया समन्वित अभ्यास

स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 के तहत “स्वच्छता ही सेवा” और “स्वच्छोत्सव पखवाड़ा” के अंतर्गत अंबिकापुर नगर निगम में एक दिन, एक घंटा, एक साथ श्रमदान अभियान का आयोजन किया गया।
इस अभियान में महापौर श्रीमती मंजूषा भगत, सभापति श्री हरमिंदर सिंह टिन्नी, कलेक्टर श्री विलास भोसकर, जिला पंचायत सीईओ श्री विनय कुमार अग्रवाल, निगम आयुक्त श्री डी.एन. कश्यप, पार्षदगण, नगर निगम अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए।





🛶 बाढ़ परिकल्पना के तहत रेस्क्यू, राहत और प्राथमिक उपचार का अभ्यास

  • काल्पनिक बाढ़ स्थिति में गांवों से लोगों को सुरक्षित निकालने, राहत शिविरों तक पहुंचाने, रेस्क्यू बोट्स, स्कूबा डाइविंग, झग्गर, एयर लिफ्टिंग जैक और स्ट्रेचर का उपयोग कर व्यापक बचाव कार्य प्रदर्शित किया गया।
  • डूबते व्यक्ति को घरेलू सामग्री जैसे बांस, डब्बे, बोतलें, डेचकी से बचाने की तकनीक भी सिखाई गई।
  • CPR और मेडिकल सहायता के लिए एम्बुलेंस और स्वास्थ्य टीम को तैनात किया गया।


🗣️ कलेक्टर और अधिकारियों ने दी जागरूकता की सीख

  • कलेक्टर श्री विलास भोसकर ने कहा:

    “ऐसे मॉक ड्रिल आपदा की स्थिति में त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया देने में सहायक होते हैं। आम नागरिकों की जागरूकता ही आपदा प्रबंधन की सबसे बड़ी ताकत है।”

  • अपर कलेक्टर श्री सुनील नायक ने कहा:

    “ग्रामीणों को दिखाया गया कि घरेलू वस्तुओं से भी जीवन रक्षा संभव है। CPR जैसी तकनीकें जान बचाने में कारगर हैं।”

  • जिला सेनानी श्री एस.के. कढुतिया ने कहा:

    “SDRF, होमगार्ड, फायर ब्रिगेड और नगर सेना ने मिलकर बाढ़ बचाव अभियान का अभ्यास किया। चिन-मेथड और लाइफबाय से बहते व्यक्ति को सुरक्षित निकालने की विधि प्रदर्शित की गई।”



👥 विभागीय समन्वय और जनभागीदारी से बढ़ी आपदा प्रबंधन की क्षमता

  • जिला प्रशासन, SDRF, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व अमला, फायर ब्रिगेड, पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीणजन की सक्रिय भागीदारी रही।
  • अभ्यास में उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने बचाव तकनीकों को उत्साहपूर्वक सीखा और आपदा के समय सतर्क रहने का संकल्प लिया।







📍 यह मॉक ड्रिल न केवल प्रशासनिक तत्परता को दर्शाता है, बल्कि आम जनता को भी आपदा के समय आत्मनिर्भर और सुरक्षित रहने की दिशा में प्रशिक्षित करता है।










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