शादी का झांसा देकर दुष्कर्म: दरिमा पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

शादी का झांसा देकर दुष्कर्म: दरिमा पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

 

सरगुजा— दरिमा थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने के गंभीर मामले में पुलिस ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला समाज में महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर एक बार फिर चिंता का विषय बन गया है।

घटना का विस्तृत विवरण

यह घटना 9 सितम्बर 2025 को सामने आई, जब पीड़िता ने दरिमा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी खिलेश्वर सिंह, निवासी भालू कछार, नावापारा थाना दरिमा, ने पीड़िता को शादी का झांसा देकर उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए।

पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने पहले उससे प्रेम संबंध स्थापित किए और फिर शादी का वादा कर कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। जब पीड़िता ने शादी की बात पर जोर दिया, तो आरोपी ने उसे धमकाया और शादी से इनकार कर दिया।

इस गंभीर आरोप के आधार पर दरिमा थाना में अपराध क्रमांक 133/25, धारा 69 बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज किया गया।


पुलिस की त्वरित कार्रवाई और विवेचना

मामला दर्ज होते ही दरिमा थाना प्रभारी निरीक्षक भरत लाल साहू के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम में आरक्षक मनोहर कुमार और जितेंद्र लकड़ा शामिल थे।

पुलिस टीम ने आरोपी की तलाश शुरू की और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर उसे जल्द ही हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम खिलेश्वर सिंह, पिता झंडू सिंह, उम्र 22 वर्ष, निवासी भालू कछार, नावापारा थाना दरिमा बताया और घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाए, जिनमें पीड़िता के बयान, मेडिकल रिपोर्ट, और अन्य तकनीकी साक्ष्य शामिल हैं। इसके आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस की प्रतिबद्धता

सरगुजा पुलिस ने स्पष्ट किया है कि महिला संबंधी अपराधों में त्वरित और सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का उद्देश्य है कि पीड़ितों को शीघ्र न्याय मिले और समाज में महिलाओं की सुरक्षा की भावना बनी रहे।

थाना प्रभारी निरीक्षक भरत लाल साहू ने कहा, "हमारी प्राथमिकता है कि ऐसे मामलों में बिना किसी देरी के कार्रवाई की जाए और दोषियों को कानून के अनुसार सजा दिलाई जाए।"

पुलिस विभाग ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी के साथ इस प्रकार की घटना घटित होती है, तो वे बिना किसी डर के पुलिस से संपर्क करें।

समाज में जागरूकता की आवश्यकता

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि समाज में महिलाओं के प्रति अपराधों को रोकने के लिए केवल कानून ही नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता भी आवश्यक है।

विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में पीड़ितों को मानसिक, सामाजिक और कानूनी सहायता प्रदान करना बेहद जरूरी है। साथ ही, युवाओं को सही दिशा देने के लिए शिक्षा और नैतिक मूल्यों पर जोर देना चाहिए।

सरगुजा जिले में इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है और वे चाहते हैं कि आरोपी को सख्त सजा मिले ताकि भविष्य में कोई इस प्रकार की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।

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