कांग्रेस के जिलाध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक एवं कांग्रेस का एक दल आज शासकीयकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे पंचायत सचिवों के पंडाल में जाकर उनके आन्दोलन का समर्थन किया एवं यह भरोषा दिलाया कि पार्टी अध्यक्ष होने के नाते आन्दोलन का पूरी ताकत से साथ दूंगा। 2023 में विधानसभा के चुनाव के दौरान मोदी की गारंटी में प्रदेश के शसकीय कर्मचारियों के लिये जो वायदे किये गये थे उसमें पंचायत
सचिवों के शासकीयकरण का भी उल्लेख था। सत्ता में आने के लगभग डेढ वर्ष के उपरांत भी प्रदेश की भाजपा सरकार की ओर से इस दिशा में कोई पहल नहीं की गई है। हाल ही में विष्णुदेव सरकार ने अपना दूसरा बजट भी विधानसभा में प्रस्तुत किया, लेकिन इसमें भी पंचायत सचिवों या शासकीय कर्मचारियों के हित को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई थी। सरकार की इस बेरुखी के विरोध में पंचायत सचिव राज्यस्तर पर अपना आन्दोलन कर रहे हैं। वे 17 मार्च से सभी ब्लॉक मुख्यालयों में अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हुए हैं। इस बात की जानकारी होने पर कांग्रेस के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक ने आज धरनास्थल जाकर पंचायत सचिवों के मांग का समर्थन किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि पंचायत सचिव प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था में जमीनी स्तर पर कठिक कार्य कराकर पंचायत सचिव प्रशासन की योजनाओं को सफल बनाते हैं और इनके मेहनत पर सफल हुए इन योजनाओं का पुरुस्कार कलेक्टर-सीओ ले लेते हैं, इन्हें कुछ हासिल नहीं होता। उन्होंने कहा कि पंचायत सचिव मेरे भाई है। इनकी कठिन परिस्थिति को देखते हुए मै भरोषा दिलाता हॅूं कि कांग्रेस पार्टी इनके मांग के साथ है एवं इनके जायज मांग के लिये पूरी ताकत के साथ पार्टी लडेगी। उन्होंने पंचायत सचिवों को यह आश्वासन दिया है कि अगामी विधानसभा सत्र में कांग्रेस पार्टी की ओर से एकजुटता के साथ पंचायत सचिवों के मांग को लेकर आवाज उठाई जायेगी।